कोरोना के खिलाफ जंग में राज्यों को पूरा सहयोग करेगा केंद्र : पीएम मोदी
कोरोना की दूसरी लहर के बीच रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में देश को संबोधित किया। यह मन की बात 2.0 का ये 23 वां एपिसोड है। मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस समय हमें इस लड़ाई को जीतने के लिए विशेषज्ञों और वैज्ञानिक सलाह को प्राथमिकता देनी है। राज्य सरकार के प्रयत्नों को आगे बढ़ाने में भारत सरकार पूरी शक्ति से जुटी हुई है। राज्य सरकारें भी अपना दायित्व निभाने की पूरी कोशिश कर रही हैं। पीएम ने अपने संबोधन के शुरुआत में कहा कि आज आपसे मन की बात एक ऐसे समय कर रहा हूं, जब कोरोना हम सभी के धैर्य, हम सभी के दुख बर्दाश्त करने की सीम की परीक्षा ले रहा है। बहुत से अपने, सीमा की परीक्षा ले रहा है। बहुत से अपने, हमे असमय छोड़ कर चले गए हैं। कोरोना की पहली वेब का सफलतापूर्वक मुकाबला करने के बाद देश हौंसले से भरा हुआ था, आत्मविश्वस से भरा हुआ था, लेकिन इस तूफान ने देश को झकझोर दिया है।
मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस समय हमें इस लड़ाई को जीतने के लिए विशेषज्ञों और वैज्ञानिक सलाह को प्राथमिकता देनी है। राज्य सरकार के प्रयत्नों को आगे बढ़ाने में भारत सरकार पूरी शक्ति से जुटी हुई है। राज्य सरकारें भी अपना दायित्व निभाने की पूरी कोशिश कर रही हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि आपको अगर कोई भी जानकारी चाहिए हो, कोई आशंका हो तो सही सोर्स से ही जानकारी लें। अपने फैमिली डॉक्टर, आसपास के डॉक्टर को संपर्क करके उनसे सलाह लीजिये। कोरोना के इस संकट काल में वैक्सीन की अहमियत सभी को पता चल रही है इसलिए मेरा आग्रह है कि वैक्सीन को लेकर किसी भी अफवाह में न आएं। भारत सरकार की तरफ से अभी मुफ़्त वैक्सीन का जो कार्यक्रम चल रहा है वो आगे भी चलता रहेगा। मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मेरा राज्यों से भी आग्रह है कि वो भारत सरकार के इस मुफ़्त वैक्सीन अभियान का लाभ अपने राज्य के ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक पहुंचाएं। प्रधानमंत्री ने कहा कि डॉक्टर और नर्स स्टाफ के साथ इस समय लैब टेक्नीशियन और एंबुलेंस ड्राइवर जैसे फ्रंटलाइन वर्कर भी भगवान की तरह ही काम कर रहे हैं। जब कोई एंबुलेंस किसी मरीज तक पहुंचती है तो उन्हें एंबुलेंस ड्राइवर देवदूत जैसा ही लगता है। कोरोना से बहुत लोग संक्रमित हो रहे हैं लेकिन कोरोना से ठीक होने वाले लोगों की संख्या भी उतनी ही ज़्यादा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस बार गांवों में भी नई जागरूकता देखी जा रही है। कोविड नियमों का सख्ती से पालन करते हुए लोग अपने गांव की कोरोना से रक्षा कर रहे हैं। जो लोग बाहर से आ रहे हैं उनके लिए सही व्यवस्थाएं भी बनाई जा रही हैं। मन की बात के अंत में पीएम ने देशवासियों से कहा कि वैक्सीन हम सब को लगवाना है और पूरी सावधानी भी रखनी है। ‘दवाई भी-कड़ाई भी’ इस मंत्र को कभी भी नहीं भूलना है। हम जल्दी ही साथ मिलकर इस आपदा से बाहर आयेंगे।