कितलाना टोल पर धरने के 136वें दिन विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा का मुद्दा गर्माया
हरियाणा की गठबंधन सरकार को अगर किसान और मजदूर की जरा सी फिक्र है तो उसे अविलंब गेहूं की खरीद शुरू करवानी चाहिए और इस घोर संकट की घड़ी में विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा करनी चाहिए। यह मांग कितलाना टोल पर किसानों के धरने को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने रखी। उन्होंने कहा कि सरकार ने कोरोना की आड़ में खरीद पर पूरी तरह से रोक लगाकर किसान और मजदूरों के साथ अन्याय किया है। उन्होंने कहा कि इससे किसान और मजदूरों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है।
उन्होंने कहा कि किसान पूरे साल भर का खर्चा रबी फसल को बेचकर चलाता है वहीं अधिकतर मजदूर भी उसपर आश्रित हैं। खरीद बंद होने से बच्चों की पढ़ाई, बिजली- पानी के साथ रसोई का खर्चा वे कहां से लेकर आएंगे सरकार ने इसपर कोई गौर नहीं किया। उन्होंने कहा कि उठान धीमे होने के कारण बहुत से किसानों को अभी तक भुगतान नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि सरकार को विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा करनी चाहिए ताकि गरीब और मध्यम वर्ग को राहत मिल सके।संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर चल रहे अनिश्चितकालीन धरने के 136वें दिन सांगवान खाप 40 के कन्नी प्रधान सुरजभान सांगवान, श्योराण खाप 25 से देशराम भांडवा, किसान सभा के रणधीर कुंगड़, युवा कल्याण संगठन के संरक्षक कमल प्रधान, सेवानिवृत्त कर्मचारी संघ के फूलचंद ढाना लाडनपुर, चौगामा खाप के मीरसिंह निमड़ीवाली, महिला मोर्चा से संतोष देशवाल, कृष्णा, संतरा डोहकी, राजबाला कितलाना ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि देश का अन्नदाता अपने जायज हकों को लेकर शांतिपूर्ण ढंग से अपनी लड़ाई लड़ रहा है। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार ने कोरोना की आड़ में आंदोलन से छेड़छाड़ करने की कोशिश की तो इसके गंभीर परिणाम होंगे।