रणघोष अपडेट. देशभर से
मध्य प्रदेश के नव नियुक्त मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बुधवार को सीएम पद की शपथ ली। मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में मोहन यादव के अलावा राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा को भी उनके उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई। यादव पूर्व शिक्षा मंत्री और मध्य प्रदेश के उज्जैन दक्षिण से तीन बार विधायक रहे हैं। देवड़ा अनुसूचित जाति से हैं, शुक्ला ब्राह्मण चेहरे के रूप में उभरे हैं।शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे और कई केंद्रीय मंत्री भी शामिल हुए। पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के मंच पर पहुंचते ही भीड़ ‘मामा, मामा’ के नारे लगाने लगी, जबकि पूरे समारोह में ‘मोदी, मोदी’ के नारे लगते रहे।शपथ समारोह से पहले मोहन यादव ने भोपाल में एक मंदिर का दौरा किया। उन्होंने शपथ समारोह से पहले पीटीआई से कहा था, ‘मैं राजा विक्रमादित्य की नगरी (उज्जैन) से हूं, जो सुशासन के लिए जाने जाते थे। शपथ समारोह दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में होगा। मैं मोदी जी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और विभिन्न केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्रियों का मध्य प्रदेश की धरती पर स्वागत करता हूं।’
अपनी प्राथमिकताओं को लेकर उन्होंने कहा, ‘हम प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार (क्षेत्रों) और अन्य सभी क्षेत्रों में विकास पर ध्यान केंद्रित करेंगे।’मध्य प्रदेश में नये सीएम के नाम की जब घोषणा हुई थी तो यह चौंकाने वाली थी। ऐसा इसलिए कि पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, प्रहलाद पटेल, नरेंद्र सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय, ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे नेता मुख्यमंत्री नहीं बन पाए। मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाया गया। खुद मोहन यादव विधायक दल की बैठक में विधायकों के साथ पीछे की कतार में बैठे हुए थे। जबकि नरेंद्र सिंह तोमर, शिवराज सिंह चौहान, प्रह्लाद पटेल जैसे कद्दावर नेता आगे की पंक्ति में बैठे हुए थे।