संकट में मसीहा बनकर आने वालों को किया सम्मानित, दुआओं को बताया ईश्वरीय शक्ति
रणघोष अपडेट. कुंड
गांव कुंड में स्थित श्रीबालाजी अस्पताल के संचालक डॉ. संजय मैहरा ने अपनी नई जिंदगी की शुरूआत संकट के समय मसीहा बनकर आए उन शख्सियतों को सम्मानित करते हुए की जिसकी बदौलत वे कोरोना से मौत के मुंह में दो दो हाथ करने में कामयाब रहे। डॉ. मैहरा इलाके की जानी मानी हस्ती है जिसकी पहचान कर्मठ समाजसेवी- सामाजिक कार्यकर्ता एवं बेहतर डॉक्टर्स के तौर पर रही है। रविवार शाम को उन्होंने अपने आवास पर कहा कि वे क्षेत्र की जनता ओर मिलने वालों की दुआओं की बदौलत आज सभी के सामने हैं। वे अपनी पत्नी डॉ. संगीता जिन्होंने अंतिम समय तक हिम्मत नहीं हारी और लड़ते हुए मुझे वापस मृत्यु से वापस खींच ले आईं। जैसा मुझे होश में आने के बाद बताया कि डॉक्टरों ने अथक प्रयास के बाद हार मान ली थी। यहां तक कह दिया था कि अब कोई फायदा नहीं। इन्हें आप ले जा सकते हैँ। ऐसे में उनका वापस लौटना दुआओं से निकली दैवीय शक्ति का चमत्कार होना नहीं तो क्या है। इस छोटे से आयोजन में आस पास क्षेत्र के लोगों ने डॉ. संजय मैहरा का पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया। जिन शख्सियतों ने डॉ. मैहरा को बचाने में अपनी पूरी ताकत लगा दी थी उसमें देव ज्योति अस्पताल रेवाड़ी के संचालक डॉ. देवेंद्र यादव, सुरेंद्रा आर्थों अस्पताल से डॉ. सुरेंद्र यादव, नागरिक अस्पताल के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. सर्वजीत थापर, महाराजा अस्पताल रेवाड़ी से रजनी अरोड़ा, सेक्टर चार से मंदीप सिंह को विशेषतौर से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर जिला पार्षद आजाद नांधा, ढाली कोलाना के पूर्व सरपंच मनोज शास्त्री, भालखी के पूर्व सरपंच राज सिंह, मनेठी के पूर्व सरपंच मुंशीराम, अभय गुणवाल मनेठी, डॉ. बीरेंद्र मनेठी, न्यू ईरा स्कूल कुंड के संचालक नरेंद्र सिंह, बजाज एजेंसी के संचालक पवन कुमार, भालखी के पूर्व सरपंच गोनी, अभय पीटीआई बासदुदा, वेदप्रकाश बासदुदा, सतबीर बासदुदा, वीर सिंह बासदुदा, मनोहरलाल पाडला, सुबेदार बीर सिंह, विजय सिंह पूर्व सरपंच, पूर्व सरपंच हरिराम, पूर्ण सिंह, जयप्रकाश, फतेह सिंह, मास्टर लक्ष्मण सिंह, कर्ण सिंह, सुबेदार गिरधारीलाल, नीरज बलवाड़ी समेत अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे।