यूपी पुलिस ने गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई व अन्य पर किया था केस दर्ज, बाद में एफआईआर से नाम हटाए

यूपी पुलिस ने गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई और 17 अन्य लोगों के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करने के आरोप में मामला दर्ज किया था। हालांकि बाद में केस से गूगल के अधिकारियों के नाम हटा दिए गए। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि जांच के बाद पिचाई और गूगल के तीन अधिकारियों के नाम जांच के बाद प्राथमिकी से हटा दिए गए हैं। वाराणसी पुलिस के मुताबिक, प्राथमिकी एक स्थानीय निवासी की शिकायत के बाद दर्ज की गई जिसने दावा किया कि वीडियो पर आपत्ति जताए जाने के बाद उसके मोबाइल फोन पर 8,500 से अधिक धमकी भरे कॉल आए। यह वीडियो सबसे पहले एक व्हाट्सऐप ग्रुप में आया और बाद में यूट्यूब पर इसे अपलोड किया गया। बाद में यह वीडियो यूट्यूब पर भी पांच लाख से ज्यादा बार देखा गया। भेलूपुर पुलिस स्टेशन में 6 फरवरी को दर्ज प्राथमिकी में अमेरिका के रहने वाले सुंदर पिचाई के अलावा, एफआईआर में नामित अन्य लोग संजय कुमार गुप्ता सहित गूगल इंडिया के तीन अधिकारियों के नाम शामिल थे। इस मामले गूगल की तरफ से फिलाहल कोई  प्रतिक्रिया नहीं आयी है। एफआईआर में गाजीपुर जिले के एक संगीतकार का भी नाम है, जिसने कथित तौर पर यह वीडियो गीत बनाया। प्राथमिकी भारतीय दंड संहिता की धाराओं 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान), 506 (आपराधिक धमकी), 500 (मानहानि), 120 बी (आपराधिक साजिश) के तहत दर्ज की गई है। एफआईआर के अनुसार, सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 67 (अश्लील सामग्री को प्रकाशित करना या प्रसारित करना) के तहत भी आरोपियों के खिलाफ आरोप लगाए गए हैं। भेलूपुर पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी कहा, “एफआईआर से उसी दिन Google के अधिकारियों के नाम हटा दिए गए थे क्योंकि यह पता चला था कि वे मामले में शामिल नहीं थे। अन्य बिंदुओं पर जांच चल रही है।’

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Riešenie hádanky: Ako dosiahnuť krémovejšie a chutnejšie miešané vajcia: tipy na pridávanie Zdravý ananasový šalát: rýchly a elegantný recept z čias