राजस्थान के रणथंभौर टाइगर रिजर्व से 4 बाघ गायब हो गए हैं। राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में स्थित रणथंभौर टाइगर रिजर्व से गायब हुए चार बाघों में से दो शावक हैं। रणथंभौर टाइगर रिजर्व प्रशासन को बीते एक साल से ये बाघ नहीं दिखे हैं। इसमें एक नर (T-64), एक मादा T-73) और दो शावक हैं। उन्हें ढूंढने के लिए फॉरेस्ट विभाग पूरी कोशिश कर रहा है। हालांकि, लड़ाई में मौत की संभावनाओं से भी इनकार नहीं कर रहा है। सूत्रों ने कहा कि आखिरी बार बाघों को नॉन टूरिजम इलाकों में देखा गया था। पिछले साल मार्च में ये आखिरी बार किसी कैमरे में कैद हुए थे।
नाम न जाहिर होने देने की शर्त पर रणथंभौर टाइगर रिजर्व के एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि पिछले एक साल से चारों बाघ नहीं देखे गए हैं। रणथंभौर टाइगर रिजर्व 1700 वर्ग किमी क्षेत्र में फैला हुआ है और इसमें घने वन क्षेत्र भी हैं। बाघ लापता हो गए हैं, इस बात की भी जल्दबाजी में पुष्टि नहीं की जा सकती है। ऐसी संभावनाएं हो सकती हैं कि वे लापता हो गए हों या मध्य प्रदेश के जंगल में चले गए हों, जो कि ऐसा पहले भी हुआ है। हालांकि, उन्होंने लड़ाई की वजह से मृत्यु की संभावना को भी खारिज नहीं किया।
उन्होंने कहा कि वन क्षेत्रों में सीमित कैमरे स्थापित हैं और कभी-कभी वे पकड़ में नहीं आते हैं। रणथंभौर टाइगर रिजर्व प्रशासन लापता बाघों का पता लगाने की कोशिश कर रहा है और विभाग ने आस-पास के जिलों और मध्य प्रदेश वन विभाग को चिट्ठी भी लिखी है।
पिछले दस सालों में करीब 26 से अधिक बाघ इस रणथंभौर टाइगर रिजर्व से गायब हुए हैं, जिसे वन्यजीव कार्यकर्ताओं ने भी इस मुद्दे को उठाया है। मई 2020 में यह रिजर्व सुर्खियों में था, क्योंकि टी-42 फतेह और टी-47 महोन नाम के दो बाघ जनवरी से आजतक नहीं देखे गए।