–खरीद केंद्रों पर कोरोना से बचाव के प्रबंधों के साथ-साथ सफाई का रखा जाएगा पूरा ध्यान
–किसानों को नहीं आने दी जाएगी कोई परेशानी : यशेन्द्र सिंह
रबी सीजन में एक अप्रैल से गेहूं की फसल की खरीद शुरू होने जा रही है। जिला में गेहूं की फसल खरीद के लिए जिला प्रशासन की ओर से व्यापक प्रबंध सुनिश्चित किए जाएंगे।
उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने बताया कि जिला में गेहूं की खरीद 1975 रूपए प्रति क्विंटल की दर से खरीद केंद्रों पर की जाएगी तथा किसानों को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने सभी खरीद एजेंसियों, आढ़तियों व संबंधित अधिकारी को निर्देश दिए कि फसल बेचने आए किसान को कोई भी समस्या नहीं आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिला की रेवाड़, कोसली व बावल मंडियों में गेहूं की खरीद सुचारू रूप से करने के लिए कमेटियों का गठन किया जाए। उन्होंने संबधित अधिकारियों को गेहूं की खरीद प्रक्रिया को लेकर जिला स्तर पर कंट्रोल सैंटर बनाने के निर्देश भी दिए। कोरोना वैश्विक महामारी से बचाव के लिए उपायुक्त ने निर्धारित नियमों के तहत रबी सीजन की फसलों की खरीद में पूरा ध्यान रखने के आदेश दिए। उन्होंने बताया कि जिला में बनी मंडियों में बिजली की पर्याप्त व्यवस्था, पेयजल उपलब्धता, शौचालय, सेनिटाईजर, हैंडवॉश की सुविधा सहित अन्य आवश्यक सुविधाएं मुहैया करवाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि श्रमिकों के लिए सैनेटाइजर व मास्क का प्रबंध करते हुए कोरोना से बचाव में उठाए जाने वाले कदमों बारे दिशा-निर्देश दिए। जिन किसानों के पास एमएमएस अथवा फोन कॉल जाती है केवल वही किसान मंडी में फसल बेचने आ सकते हैं। उपायुक्त ने आढ़तियों को निर्देश दिए कि वे बरसाती मौसम में खरीद केंद्रोंं पर तिरपाल की उपलब्धता सुनिश्चित रहे ताकि अनाज किसी भी रूप से खराब न हो पाए। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए मंडी अथवा खरीद केंद्र पर आने वाले लोगों को मास्क का प्रयोग अवश्य कराने के निर्देश दिए। मंडी व खरीद केंद्रों पर आने वाले हर किसान व श्रमिकों को कोरोना से बचाव के बारे में जागरूक भी किया जाए।