भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत की अगुवाई में किसानों का काफिला दिल्ली के लिए रवाना हो गया है। शुक्रवार रात मोदीपुरम के सिवाया टोल प्लाजा के पास एक निजी कालेज में रुकने के बाद शनिवार सुबह यह दल दिल्ली के लिए रवाना हुआ। इससे पहले राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार को किसानों की दिक्कत समझनी होगी। तभी कोई बातचीत हो सकेगी।
कृषि विधेयक सहित विभिन्न कृषि कानूनों को लेकर भाकियू ने किसानों से आंदोलन का आह्वान किया है। शनिवार करीब 11 बजे किसानों के इस काफिले ने सिवाया टोल प्लाजा से कूच किया। इसमें मेरठ, मुजफ्फरनगर के किसान शामिल हैं। शिवाया टोल प्लाजा के पास जिस निजी कालेज में किसान रुके थे वहां सुबह 10 बजे से दिल्ली कूच की तैयारियां शुरू हो गई थीं। करीब 11 बजे राकेश टिकैत ट्रैक्टर पर सवार होकर किसानों के साथ सिवाया टोल प्लाजा से दिल्ली के लिए रवाना हो गए। रास्ते में जगह-जगह किसानों का जत्था दिल्ली कूच में शामिल होता चला जा रहा है। भाकियू ने आह्वान किया है कि बड़ी संख्या में किसान ट्रैक्टर ट्रॉली के साथ दिल्ली कूच के इस आंदोलन में शामिल हो। कंकरखेड़ा, बागपत रोड, परतापुर बाईपास, परतापुर तिराहा, मोहिद्दीनपुर में किसान खड़े हैं। जैसे-जैसे किसानों का जत्था वहां से गुजरेगा,उसमें वह शामिल होते चले जाएंगे। राकेश टिकैत ने कहा है कि अब आर-पार की लड़ाई का समय आ गया है। कृषि विधेयक को सरकार को वापस लेना होगा।
दिल्ली देहरादून हाईवे हुआ वन वे
भाकियू के दिल्ली कूच के कारण पुलिस प्रशासन ने दिल्ली देहरादून एनएच-58 को वनवे कर दिया है। परतापुर तिराहे से से ही देहरादून की ओर जाने वाले ट्रैफिक को डायवर्ट कर दिया गया है। एक ही लाइन से दोनों तरफ आना जाना हो रहा है। भाकियू के दिल्ली कूच के कारण देहरादून से दिल्ली की ओर जाने वाले रास्ते को बंद कर दिया गया है। मोदीपुरम से ट्रैफिक को दूसरी तरफ से गुजारा जा रहा है। इससे जाम की स्थिति हो गई है। वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उधर किसानों का कहना है कि उनकी लड़ाई जनता से नहीं सरकार से है।