छात्र नेता हिमांशु सिराधना ने कहा कि राजकीय महिला महाविद्यालय की छात्रा द्वारा महाविद्यालय के ही प्रोफेसर पर उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए गए है जो कि एक जांच का विषय है जिसके लिए महाविद्यालय व पुलिस प्रशासन द्वारा इसकी निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए। सिराधना ने इस मामले में छात्रों व अध्यापको द्वारा राजनीति नही करने की अपील की व कहा कि मामला बड़ा गंभीर है अगर इस प्रकार से अध्यापक ही छात्राओ के साथ गलत व्यवहार करेंगे तो छात्राओ के परिजनों का विश्वास शिक्षा प्रणली से उठ जाएगा इस विषय मे कुछ छात्रों द्वारा राजनीति की जा रही है जो कि बिल्कुल निंदनीय है उनकी मांग है कि दोषी प्रोफेसर को महाविद्यालय से निकाला जाए जो कि कही ना कही अध्यापको व छात्रों की आपस के द्वेष व लोभ लालच को दर्शाता है। जबकि इस पूरे घटना कर्म को देखते हुए इसकी निष्पक्ष जांच पुलिस प्रशासन द्वारा की जानी चाहिए व ये घटना आपराधिक उपचार की श्रेणी में आती है इसलिए इस पर कॉलेज में परीक्षाओ के दौरान हंगामे की जगह पुलिस में प्रथम सूचना रिपोर्ट बिना किसी विलंबता के करनी चाहिए ओर दोषी पर कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए।