राजस्थान सरकार ने कोरोना महामारी के कारण बंद किये गए स्कूलों को फिर से खोलने का फैसला किया है। प्रदेश में करीबन 308 दिन बाद कोचिंग, स्कूल-कॉलेजों खुलेंगे। वहीं, कोरोना के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए सरकार ने नई मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) जारी की है। इस एसओपी के तहत, दूसरे राज्यों से कोचिंग में पढ़ने के लिए आने वाले सभी छात्रों को RT-PCR टेस्ट करवाना अनिवार्य होगा।
गृह विभाग से जारी एसओपी के मुताबिक, स्टूडेंट्स को कोचिंग में आने से पहले अपने माता-पिता की लिखित में अनुमति भी लेनी होगी। कोचिंग संचालकों को स्टूडेंट्स के बैठने की व्यवस्था में बदलाव करना होगा। सेंटरों के क्लास में ऐसी व्यवस्था करनी होगी, ताकि एक स्टूडेंट की दूसरे से दूरी 6 फीट बनी रहें।
इसके अलावा सैनिटाइजेशन, हाथ धोने की व्यवस्था, मास्क अनिवार्य जैसी अन्य गाइडलाइन का भी सख्ती से पालन करना होगा। साथ ही कोचिंग संचालकों को भी ये सुनिश्चित करना होगा कि, बाहर से आए स्टूडेंट्स की 24 घंटे पुरानी RT-PCR रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही कोचिंग में आने की अनुमति दें। यही नहीं कोचिंग में आने वाले सभी स्टूडेंट्स की इंफॉर्मेशन जिला कलेक्टर की ओर से नियुक्त नोडल ऑफिसर को भी देनी होगी।
कोचिंग सेंटरों के साथ-साथ सरकार ने होस्टल व पीजी संचालकों के लिए भी गाइडलाइन जारी की हैं। इसके तहत एक छोटे कमरे में एक ही स्टूडेंट के रहने की व्यवस्था करनी होगी। अगर कमरे या हॉल का साइज बड़ा हैं, तो वहां अस्थायी पार्टीशन की व्यवस्था करनी होगी, ताकि एक स्टूडेंट की दूसरे से पर्याप्त दूरी रह सकें।
आपको बता दें कि, दो दिन पहले ही राज्य सरकार ने सूबे में स्कूल, कॉलेज और कोचिंग खोलने का निर्णय किया है। इसके तहत 9वीं से 12वीं तक के स्कूलों और कोचिंग सेंटरों को 18 जनवरी से खोला जाएगा। वहीं मेडिकल, डेंटल, नर्सिंग और पैरामेडिकल कॉलेजों में नियमित क्लासेज 11 जनवरी से शुरू करने का निर्णय किया है। इन सभी में कक्षा की क्षमता के 50 फीसदी स्टूडेंट्स ही एक बार में बुलाने के आदेश जारी किए गए हैं।