रणघोष अपडेट. देशभर से
जम्मू-कश्मीर के राजौरी में आतंकियों ने साल के पहले ही दिन कई लोगों को मौत के घाट उतार दिया। रविवार शाम को 7:15 पर किए गए आतंकी हमले में अब तक 4 लोगों की मौत हो गई है जबकि 7 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। आतंकी हमले में मारे गए लोगों की पहचान सतीश, दीपक, प्रीतम और शिव पाल के रूप में हुई है। जानकारी के मुताबिक, दो हथियारबंद आतंकी बीती शाम को ऊपरी डांगरी गांव में घुस गए और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। स्थानीय लोगों ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि मास्क पहने हुए दो आतंकियों ने रविवार शाम को एक घर में घुसते ही ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी और लोगों को बचकर भागने का मौका भी नहीं मिला। आतंकियों ने फायरिंग करने से पहले लोगों से उनका आधार कार्ड दिखाने के लिए भी कहा था। पुलिस ने बताया कि आतंकियों को पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। घायलों का राजौरी में स्थित सरकारी मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है। घायलों में से दो की हालत बेहद गंभीर है और उन्हें बेहतर इलाज के लिए एयरलिफ्ट कर जम्मू भेजा गया है। पिछले तीन हफ्तों में राजौरी जिले में आम लोगों पर आतंकी हमले की यह दूसरी घटना है। 16 दिसंबर को आर्मी के कैंप के बाहर भी आतंकियों ने 2 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। घटना के बाद गांव के लोगों में बेहद आक्रोश है। लोगों का कहना है कि उन्हें आतंकी हमले की आशंका थी। घटना के विरोध में सोमवार को राजौरी में बंद बुलाया गया है। बीजेपी, विश्व हिंदू परिषद और व्यापारी संगठनों ने इस बंद का समर्थन किया है। यह बंद श्री सनातन धर्म सभा राजौरी की ओर से बुलाया गया है।
पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी
घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने पाकिस्तान और आतंकियों के खिलाफ नारेबाजी की। साथ ही उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और प्रशासन के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की गई। 28 दिसंबर की सुबह ही जम्मू के सिधरा इलाके में सुरक्षाबलों ने एक बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम किया था। ट्रक में बैठकर जा रहे तीन आतंकियों को सुरक्षा बलों ने ढेर कर दिया था। इस ट्रक में गोला-बारूद और हथियार भी था। माना जा रहा है कि आतंकी कश्मीर में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे और अगर वह कश्मीर पहुंच जाते तो नए साल के मौके पर या उसके बाद 26 जनवरी पर बड़ी वारदात कर सकते थे।