9 मार्च को होगा विशाल भंडारे का आयोजन
कनीना के प्रसिद्ध संत राधेदास माहाराज की स्मृति में हवन-यज्ञ के बाद पूजा अर्चना शुरू की गई। राधेदास आश्रम के संचालक बाबा राजेशदास ने बताया कि 8 मार्च को सुबह कलश यात्रा व भव्य झांकी निकाली जायेगी वहीं रात्री के समय जागरण होगा। जिसमें लोकगायक कलाकार धार्मिक भजनों की प्रस्तुती देगें। 9 मार्च को विशाल भंडारा भी होगा जिसमें श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इसी दिन सिरस वाला आश्रम के संत राधे दास प्रतिमा की प्रतिस्थापना की जायेगी। जिनकी उपासना शुरू हो चुकी है जो नौ मार्च तक चलेगी। अरविंद जोशी, पंडित वेदव्यास, विनोद शास्त्री, रामावतार शास्त्री, रमेश कुमार की ओर से अर्चना की जा रही है।
उनके शिष्य राजेशदास ने बताया कि राधेदास के संत बनने से पूर्व शिक्षण कार्य से जुड़े हुए थे। बाबा रामेश्वर दास ने ढोसी तीर्थ पर गहन तप किया था, जिन्हें अंतिम समय में सिरस वाला जोहड़ आश्रम पर समाधि दी गई थी।
उसके बाद बाबा राधेदास ने गद्दी संभाली थी। बाबा राधेदास ने भर्तृंहरि अलवर में तप किया था। बाबा रामेश्वरदास की गद्दी पर बैठे थे। उन्होंने भी कनीना में तप किया था। बाबा राधे दास भर्तृहरि में लंबे समय तप करने के बाद कनीना लौटे थे। उन्होंने जीवन के अंतिम 17 वर्ष तक अन्न ग्रहण नहीं किया। वे फलाहार ही इस्तेमाल करते थे।
उनके पंचतत्व में विलीन होने के बाद बाबा राजेशदास को गद्दी पर बैठाया गया जो आश्रम का संचालन कर रहे हैं। इस मौके पर मोहन सिंह, पूर्व पार्षद थानसिंह, यादवेंद्र सिंह यादव, इंद्रवेश यादव हाजिर थे।