स्वराज अभियान के कार्यकर्ताओ ने बुधवार को सिंधु बॉर्डर पर जाकर किसानों द्वारा 3 किसान विरोधी काले कानूनों एवं संशोधित बिजली बिल के विरोध में जारी आंदोलन में शिरकत की। स्वराज अभियान रेवाड़ी इकाई के लक्ष्मण सिंह जांगिड़ ने बताया की किसानों का आंदोलन आज तक के इतिहास में सबसे बड़ा आंदोलन है। अगर सरकार को इन तीन काले कानूनों को वापस लेने के लिए मजबूर नहीं किया
जाएगा तो किसान और किसान की खेती कॉर्पोरेट घरानों के कब्जे में हो जाएगी। आज केंद्र की सरकार अदानी अंबानी जैसे कोऑपरेट घरानों के फायदे के लिए इन कानूनों को लेकर आई है, किसान मजदूर के हित से किसी भी तरह का कोई लेना देना नहीं है। युवा साथी योगेश शर्मा (बिट्टू) व संचय ने रेवाड़ी की जनता से अपील की है की किसानों का यह संघर्ष जीवन बचाने का संघर्ष है। इस संघर्ष में खुलकर भागीदारी करें। योगेश्वर जैतपुर ने बताया के हमारा संगठन गांव गांव में लोगो की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए जन अभियान चलाएगा और हर रोज किसानों का एक काफला दिल्ली आंदोलन में शरीक होगा।