राज्य के सहकारिता मंत्री डॉक्टर बनवारीलाल ने कहा कि कि महान संत एवं अध्यात्मिक गुरु स्वामी शरणानंद महाराज के असमायिक निधन पर गहरा शोक जताते हुए इसे क्षेत्र के लिए भारी क्षति बताया है। डॉक्टर बनवारी लाल ने कहा कि अध्यात्म और समाजसेवा के क्षेत्र में स्वामी शरणानंद महाराज द्वारा किए गए कार्य किसी से छिपे हुए नहीं है। उनके द्वारा गौशाला भी संचालित की जा रही थी। लोगों को अध्यात्म एवं समाजसेवा से जोडऩे के लिए स्वामी शरणानंद महाराज ने काफी कार्य किया। आसपास के अनेक गांवों के लोगों में स्वामी शरणानंद एवं दडौली आश्रम के प्रति गहरी आस्था है। स्वामी शरणानंद का आस्यमिक चला जाना इस क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्होंने दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दिए जाने की भगवान से प्रार्थना की ।