रेवाड़ी सरकारी अस्पताल के लिए सांसद निधि से जारी की 20 लाख राशि : राव इंदरजीत
गुरुग्राम व मेवात को भी की राशि जारी
रणघोष अपडेट. दक्षिण हरियाणा से
कोविड-19 के दूसरे दौर में सरकारी अस्पतालों में मरीजों की सुविधा के लिए बाई पेप वेटिलेटर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर व अन्य सुविधाओं के लिए केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने रेवाड़ी , गुरुग्राम व मेवात के सरकारी अस्पतालों के लिए 50 लाख रुपए की धनराशि सांसद निधि कोष से जारी की है। केंद्रीय मंत्री ने कोरोना से लड़ने के लिए सरकारी अस्पतालों में सुविधाओं के विस्तार के लिए धनराशि जारी करते हुए जिला उपायुक्तों को निर्देश दिए हैं कि वे तुरंत इस राशि से वाई पेप वेंटीलेटर , ऑक्सीजन कंसंट्रेटर आदि मशीन खरीद कर मरीजों को लाभ पहुंचाएं। केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि लोकसभा क्षेत्र के सरकारी अस्पताल में कोरोना से लड़ने के लिए जरूरी सुविधाएं वेंटीलेटर मशीनें जो प्राकृतिक ऑक्सीजन का स्वयं निर्माण करती है उसके लिए वे सांसद निधि कोष से राशि जारी कर रहे हैं। उन्होंने गुरुग्राम , रेवाड़ी व मेवात के उपायुक्तों को दूरभाष के जरिए कहा है कि कोरोना से लड़ने के लिए जिस किसी भी सुविधा की आवश्यकता हो तुरंत अवगत करवाएं ताकि सांसद निधि कोष से उस सुविधा के लिए फंड जारी किया जा सके। केंद्रीय मंत्री ने लोगों से भी अपील करते हुए कहा है कि वे सरकार द्वारा जारी दिशा–निर्देशों का पालन कर स्वयं सुरक्षित रहे व दूसरों को भी सुरक्षित रखने में अपना सहयोग दें। राव ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जनता का सहयोग ही सरकार के लिए सबसे बड़ी ताकत है। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि गुरुग्राम व रेवाड़ी अस्पताल के लिए 20 लाख रुपए मेवात के लिए 10 लाख रुपए की राशि जारी की है। इन अस्पतालों में जरूरत पड़ने पर और भी राशि जारी कर दी जाएगी। केंद्रीय मंत्री ने स्वास्थ्य अधिकारियों को भी निर्देश दिए हैं कि ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता में परेशानी को देखते हुए सांसद निधि से जारी राशि उन संयंत्रों को खरीदने पर खर्च करें जिनसे प्राकृतिक ऑक्सीजन को मशीन के द्वारा परिवर्तित कर मरीज को ऑक्सीजन का लाभ मिल सके। स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश देते हुए केंद्रीय मंत्रियों ने छोटे वाई पेप वेंटिलेटर व अन्य उपकरण जो ऑक्सीजन का निर्माण करते हैं उनको जल्द से जल्द खरीदने को कहा है। राव ने कहा कि उन्होंने जिला उपायुक्त से दूरभाष पर बात कर सरकारी अस्पतालों में बेड की संख्या में इजाफा करने की बात कही है।