कोसली विधायक लक्ष्मण सिंह यादव ने प्रदेश सरकार के आगामी बजट को लेकर कोसली विधानसभा क्षेत्र की विभिन्न विभागों संबंधी मांगों के समाधान को लेकर अनेक सुझाव प्रेषित कर उन्हें बजट में शामिल किए जाने का अनुरोध किया है। कोसली विधायक ने बिजली विभाग संबंधी किसानों के ट्यूबवैल कनेक्शन लेने के लिए लगाई गई 5 स्टार या 3 स्टार की शर्त को हटाकर मार्केट में उपलब्ध मोटर के आधार पर तुरंत कनेक्शन दिए जाने, ग्रामीण क्षेत्र की ढाणियों में रहने वाले ग्रामीणों को बिजली उपलब्ध कराने के लिए सभी ढाणियों में पैट ट्रांसफार्मर लगवाए जाने, कृषि क्षेत्र में प्रयोग होने वाली बिजली का समय आठ से बढ़ाकर दस घंटे को स्थाई रूप से लागू किए जाने का सुझाव दिया है। स्वास्थ्य विभाग संबंधी आवासीय क्षेत्रों में चल रहे नर्सिंग होम के भवनों की एनओसी अग्निशमन विभाग के द्वारा जल्द प्रदान किए जाने, मौजूदा नर्सिंग होम को व्यवसायिक भवनों में परिवर्तित न कर आवासीय क्षेत्रों में ही रखे जाने, आपातकालीन व अन्य चिकित्सा उपकरणों पर टैक्स की दर को कम किए जाने, ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं के बजट को बढ़ाए जाने की भी मांग रखी है। उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग संबंधी मांगों में कोरोना काल को देखते हुए सरकारी स्कूल के नौंवी से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों की फीस माफ करने, सरकारी स्कूलों में निशुल्क छात्रा विहिनी की तर्ज पर छात्रों के लिए भी वाहन सुविधा का बजट दिए जाने व दोनों योजनाओं में दूरी की सीमा तय करने, प्रत्येक खंड में एक मॉडल संस्कृति स्कूल प्रस्तावित 136 संबंधी स्कूल स्कूलों हेतू बजट दिए जाने का सुझाव दिया है।उन्होंने बताया कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह कृषि पर निर्भर है।
इसलिए इस क्षेत्र पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कोरोना काल के दौरान किसानों की रबी व खरीफ की फसल खरीद के लिए स्थापित किए गए अस्थाई खरीद केंद्रों की तर्ज पर भविष्य में रबी व खरीफ फसल की खरीद के लिए असथाई मंडियों को यथावत रखा जाने, फसलों के विविधिकरण हेतू दलहन व तिलहन फसलों को बढ़ावा देने, उन्नत किस्मों की समय पर उपलब्धता सुनिश्चित किए जाने, जाटूसाना, गुरावड़ा, डहीना व मंदोला में दलहन व तिलहन फसलों की भी खरीद व्यवस्था किए जाने, बागवानी फसलों का क्षेत्र बढ़ाने के लिए जिलों में उत्तम गुणवत्ता की पौध उपलब्धता हेतु जाटूसाना व परखोतमपुर की पंचायती जमीन पर नर्सरी स्थापित किए जाने, सिंचाई की आधुनिक विधियां टपका एवं सूक्ष्म को बढ़ावा देने के लिए अनुदान राशि में बढ़ोतरी किए जाने, अरावली पर्वत श्रंख्ला में पानी के संरक्षण के लिए छोटे–छोटे डैम बनाकर पानी का संवर्धन किए जाने, गांव के तालाब व जोहड़ों के संरक्षण व संवर्धन के लिए बजट उपलब्ध कराए जाने, वाटर हार्वेस्टिंग केंदर के रूप में विकसित करने, डेयरी को बढ़ावा देने के लिए सेक्सड सीमैन की सहज उपलब्धता विशेषकर साहीवाल व राठी नस्ल को बढ़ावा देने की आवश्यकता, पशुओं के लिए स्वास्थ्यवर्धक व पौष्टिक आहार हेतू हरे चारे की फसलों के बीज की समय पर उपब्धता सुनिश्चित करने, जिला रेवाड़ी के पशु अस्पतालों व पोली क्लीनिक में एक्स–रे मशीन, अल्ट्रासाउंड मशीन व सर्जिकल उपकरण उपलब्ध कराने, जिले में 20 साल से पुराने अस्पतालों के भवनों का नवीनीकरण कराए जाने, पशु अस्पतालों में आवश्यकतानुसार दवाइयां उपलब्ध करवाने तथा किसानों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से उन्हें पशुधन खरीद हेतु सब्सिडी प्रदान किए जाने की मांग को भी बजट में शामिल किए जाने का सुझाव दिया है।