– रेजागंला पार्क विकास समिति में कुछ लोग भी संदेह के घेरे में
रणघोष खास. रेवाड़ी
शहर के सेक्टर 19 में स्थित सबसे बड़े रेजागंला पार्क की जमीन पर अवैध कब्जा कर कई सालों से कच्ची बस्ती बनाकर, कंपनी की बसों को खड़ी करने के नाम पर, खेती करने एवं तरह तरह के अवैध कब्जे करने के खेल का अब जल्द ही पर्दाफाश हो सकता है। हरियाणा विजिलेंस टीम ने इस पूरे मामले को अपनी नजर में ले लिया है। इस बारे में रेजागंला पार्क समिति के कुछ सदस्यों से भी संपर्क साधा गया है। उधर हुडा के कार्यकारी अधिकारी विजय राठी चार रोज पहले ही कह चुके हैं कि वे 15 दिनों में सारे अवैध कब्जों को छुटा लेंगे।
इस पूरे मामले में विजिलेंस का आना यह जाहिर करता है कि इतने बड़े पैमाने पर हुडा की जमीन पर अवैध कब्जा कर वसूली का खेल बिना अधिकारी एवं कर्मचारियों की सहमति से नहीं हो सकता। सोचिए जिस जमीन के नाम पर वसूली की जा रही थी वहां से हुडा का कार्यालय एक किमी भी दूर नहीं है। इस जमीन पर बने पार्क में रोज हजारों की संख्या में लोग घूमने आते हैं। राजनीतिक दलों के नेता समय समय पर कार्यक्रम आयोजित करते हैं। यहां बनी कच्ची बस्ती में रहने वाले पिछले 15-20 सालों से किराया देकर रह रहे हैं। यहां बिजली कनेक्शन एवं पानी कैसे पहुंच गया। यह भी गौर करने लायक बात है। इस बस्ती के चारों तरफ चार दीवारी की हुई है ताकि बाहर से इस बस्ती पर किसी की नजर नहीं पड़े। चारदीवारी के चारों तरफ पेड़ लगे हुए हैं। इसी तरह कंपनियों की बसों के लिए यह जमीन पार्किंग का काम करती है। खेती बाड़ी अलग से हो रही है जिसमें कुछ पर कब्जा छुड़वा लिया गया है।
रेजागंला पार्क समिति में कुछ लोग कर सकते हैं खेल
रेजागंला पार्क समिति के अथक प्रयासों से ही इस खेल का पर्दाफाश हुआ है। समिति के प्रधान से लेकर तमाम रिटायर अधिकारी एवं सामान्यजन पार्क को जमीन पर उसका असल स्वरूप देने के लिए लगातार संघर्ष कर रहे हैं जिसमें काफी हद तक उन्हें कामयाबी मिल रही है। इस समिति में एकाध सदस्यों पर शक की सुई घूम रही है कि वे कहीं अवैध कब्जाधारियों से मिलकर इस मिशन को भटका सकते हैं। उन पर भी नजर रखी जा रही है।