अगर पत्रकार बुरा है , तो महाराष्ट्र में बदले की कार्रवाई उससे भी खतरनाक यह कैसा लोकतंत्र
कोई अर्नब गोस्वामी की पत्रकारिता से सहमत हो सकता है और नहीं। यह हर किसी का अपना नजरिया है। लेकिन महाराष्ट्र पुलिस ने जो किया उसके लिए वहीं सहमत होंगे जिसे लोकतंत्र में कानून पर भरोसा नहीं है। दो प…