आंखों से दिव्यांग मां बेटे ने बर्तन पीटते हुए सरकार को जगाने के लिए लगाईं प्रभात फेरी

रणघोष अपडेट. रेवाड़ी

गांव खोरी जिला रेवाड़ी निवासी रामा देवी व उसका बेटा महेंद्र सिंह आंखों से देख नहीं पाते हैं और परिवार में उन्हें संभालने वाला कोई नहीं है। आजतक जिला प्रशासन द्वारा इनका परिवार पहचान पत्र नही बन पाया। महेंद्र सिंह का तो आधार कार्ड, वोटिंग कार्ड, बीपीएल कार्ड तक नहीं है। ऐसे में  बिना पहचान कार्ड परिवार पहचान पत्र में नाम दर्ज नही किया जा सकता। न ही एकल का परिवार पहचान पत्र बनाकर देती है। एकल होने के कारण र्ध रामादेवी का भी परिवार पहचान पत्र नही बनाया है। महेंद्र सिंह का कहना है बिना दस्तावेजों के उनका दिव्यांग सर्टिफ़िकेट भी नही बन पाया जिस कारण उनकी दिव्यांग पेंशन भी नही  है। मजबूर मां बेटे अपना पेट भरने के लिए गांव के आमजन पर निर्भर है। प्रशासन को जगाने के लिये एक माह पहले मां बेटे उपायुक्त कार्यालय में बर्तन पीटते हुए गए थे पर आज तक किसी भी अधिकारी ने उनकी समस्या पर ध्यान नही दिया है। मुख्यमंत्री तीन दिन से रेवाड़ी दौरे पर है। इसलिए उन्होंने अपनी पीड़ा वहां तक पहुंचाने क लिए गांव में बर्तन पीटते हुए प्रभात फेरी लगाई