अरब सागर में उठा अत्यंत तीव्र (एक्स्ट्रीम्ली सिवीयर) श्रेणी का तूफ़ान ‘तौकते’ गुजरात तट से टकराने और व्यापक तबाही मचाने के बाद निरंतर कमज़ोर होता जा रहा है पर इससे ख़तरा अभी भी बना हुआ है। अब तक मिले आधिकारिक आंकडों के अनुसार तूफ़ान के चलते एक बच्चे और एक महिला समेत कम से कम तीन लोगों की मौत हुई है। अनाधिकारिक सूचनाओं के अनुसार यह संख्या कम से कम 10 है। तूफ़ान से सर्वाधिक प्रभावित जिलों में अमरेली, गिर सोमनाथ, भावनगर, जूनागढ़, बोटाद और पोरबंदर के नाम शामिल हैं।इसके असर से तटवर्ती हिस्सों में बड़े पैमाने पर पेड़, कच्चे, पक्के मकान और बिजली के खम्भे धराशायी हुए हैं। पेड़ गिरने के हज़ारों मामले सामने आए हैं और इनके चलते तटीय इलाक़ों में सड़क यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। तीन हज़ार सात सौ से अधिक गांव में बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई है। मौसम विभाग के अनुसार दोपहर बाद ढाई बजे तक यह यह अहमदाबाद से 105 किमी दक्षिण दक्षिण पूर्व में स्थित था। इसके शाम तक अहमदाबाद से गुज़रने और देर रात तक राज्य को प्रभावित करते रहने का अनुमान है। यह कमज़ोर होकर बाद में पड़ोसी राजस्थान की ओर रूख करेगा। इसके असर से कल से आज सुबह तक 17 जिलो के 70 से अधिक तालुक़ा में बरसात हुई थी जिसमें से सर्वाधिक 9 इंच (180 मिमी) अमरेली के बगसरा में थी। सुबह छह बजे से दोपहर दो बजे तक कुल 33 में से 32 जिलो के 176 तालुक़ा में बरसात हुई है जिसमें सर्वाधिक 135 मिमी भावनगर में है। वर्षा के कारण कई नदियों, जलाशयों और बांधो में जलस्तर बढ़ा है। शहरों और अन्य स्थानों पर निचले इलाक़ों में जलभराव भी हुआ है। तूफ़ान के चलते हवाओं की गति अब कम होकर 70 से 90 किमी प्रति घंटा हो गयी है।