ranghoshnews.com
खत्म कर डालो ऐसी शिक्षा को जो श्वेता की मौत पर हमें जलील करती रहेगी
-शिक्षा परिवार- समाज- राष्ट्र की खिलखिलती, हंसती, मुस्कारती स्वस्थ्य बुनियाद होती है। अगर उसके नीचे लखसना श्वेता जैसी मासूम चित्कार कर रही है तो वह शिक्षा नहीं सर्वनाश है। रणघोष खास. प्रदीप नारायण…