चाइना की हरकतों के खिलाफ पूर्व सेना अधिकारियों में जबरदस्त गुस्सा, बोले 20 शहादत के बदले 200 चीनी सैनिकों की मौत चाहिए

रणघोष अपउेट. गुरुग्राम | चाइनिज एम्बेसी मे जाकर एम्बेस्डर को राष्ट्रीय शहीद कल्याण फाउंडेशन की तरफ से ज्ञापन सौंपा गया। मौके पर पूर्व सैन्य अधिकारियों में जबरदस्त गुस्सा था। मौके पर पहुंच दिल्ली पुलिस ने उन्हें कंट्रोल किया।  अधिकारियों ने कहा कि  उनका मैसेज चीन के राष्ट्रपति झीपिंग के पास पहुंचाया जाए। सोमवार की रात को जो हमारी सेना के साथ बर्बता पूर्ण व्यवहार किया है । उसके खिलाफ हमने आवाज उठाई है।

उस रात को चाईनिज आर्मी ने जनेवा समझौते का खुल्लम खुल्ला उलंघन किया है और हमारे शुरवीरों के साथ बहुत गलत व्यवहार किया है । 20 जवान हमारे शहीद हो गये । हम शहीदों के परिवार को सांत्वना देते हैं। शहीदों को श्रद्धांजली देते हैं तथा उनके परिवारों को हम महसूस कराते हैं कि हम उनके साथ है, उनकी लड़ाई हम लड़ेंगे।

अब समय आ गया, भारत की सरकार को सख्त कदम उठाने का।। विरोध प्रदर्शन की अगुवाई करते हुए मेजर डॉ. टीसी राव ने कहा कि  हम हमेशा कहते हैं लेकिन करते कुछ नहीं  जिसके कारण चाइना ने यह दुस्साहस किया है । उसको सबक सिखाने के लिए अब हम बॉर्डर पर तो एक्शन करें ही करें। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आज माहौल चाईना के खिलाफ है । सभी जो मुख्य देश हैं, सुपरपावर है सब चाईना के विरुद्ध कुछ ना कुछ करना चाहते हैं।

पीएम नरेंद्र मोदी सभी राष्ट्रों का नेतृत्व करें और एक मुहिम चलाये जिससे चाईना को युएन से स्थाई सदस्यता खोनी पड़े,। बीजिंग के अंदर भारतीय राजदूतावास बंद कर दिया जाए। व्यापार तो किसी सूरत में नहीं होना चाहिए। साउथ चाइना मं भी भारत  भी अपनी मौजूदगी बढाये ताकि उसको पता लगें कि हमारा देश भी कम नहीं है।जो हमारे 20 लोग शहीद हुए हैं  उनकी जगह हमारी सेना 200 से ज्यादा  चीनी सैनिकों को हताहत करेगी बहुत जल्द इसी सप्ताह के अंदर-अंदर ऐसा होगा।

जो सरकार का काम है सरकार अपनी जिम्मेवारी ईमानदारी  के साथ निभाये । उन्होंने कहा कि  अंतराष्ट्रीय स्तर पर अपनी आवाज बुलंद करें, नेतृत्व करें । 70 से ज्यादा देश चाईना के खिलाफ है बांकी को भी अपने साथ ले लें । अगर हम एशिया की बात करें छोड़ पाकिस्तान तो कोई भी इनके साथ नहीं हैं।  रुस बहुत खिलाफ है। अमेरिका पहले से ही चाईना के खिलाफ प्रतिबंध लगाने की घोषणा कर चुका हैं ।

युके, फ्रांस, कनाडा, जर्मनी, जापान भी चीन की हरकतों को समझ चुके हें।  फाउंडेशन की तरफ से चाईनीज एम्बेसी में ई मेल से दिए गए ज्ञापन में कर्नल महावीर यादव, कर्नल रौशन लाल, मेजर एस एन यादव, वारंट आफिसर शीश राम यादव, कैप्टन राजेन्द्र यादव,  अनिल मित्तर,  नेकी राम, रोबिन, दिलीप कुमार के अलावा काफी संख्या में लोग मौजुद थे। इसी दौरान दिल्ली पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और मंदिर  मार्ग थाने में ले जाकर काफी देर तक बंद कर दिया गया।