ranghoshnews.com
डंके की चोट पर : ज़िंदगी और मौत के बीच की इस बारीक लकीर को समझिए..
रणघोष खास. राणा प्रशांत की कलम से जिंदगी और मौत के बीच बस एक बारीक लकीर होती है, जैसे भरोसे और घात के बीच। यह जो बारीक-सी लकीर है उसमें कई चीजें शामिल होती हैं। समय, साथ, संसाधन और संयोग भी, जिसे आ…