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पिताजी बचपन से दिव्यांग तो मां जन्म से देख नहीं पाती थी, दोनों मेरी प्रेरणा है
राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बावल की छात्राएं बता रही हैं रणघोष खास. निकिता की कलम से मेरा नाम निकिता है। पिता का नाम धर्मपाल सिंह एवं माताजी का नाम कविता देवी है। पापा बचपन से ही दिव्यांग…