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यह है मेरे देश की विडंबना.. वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल में शामिल हुए थे पिता-पुत्री, अब परिजनों को टीका लगवाने के लिए मांगनी पड़ रही है भीख
50 वर्षीय संतोष के मोरे उन पहले 10 भारतीयों में शामिल थे, जिन्होंने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा विकसित कोविशील्ड वैक्सीन के दूसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल में भाग लिया था। लेकिन आज उन्हें अपनी …