बंगले:बीएमडब्ल्यू-मर्सिडीज खरीदी; खुद फरार, लेकिन झांसा दे रहे- हम लौटाएंगे रुपए
रणघोष अपडेट. राजस्थान से
60 सप्ताह में रुपए डेढ़ गुना करने के नाम पर शेखावाटी के लोगों से 1 हजार और पूरे प्रदेश में 1500 करोड़ की ठगी कर फरार हुए नेक्सा एवरग्रीन कंपनी के डायरेक्टर अब तक पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं। एक तरफ रुपए मिलने की उम्मीद में हजारों पीड़ित थानों के चक्कर लगा रहे हैं, वहीं फरार ठग लग्जरी लाइफ जी रहे हैं।
दैनिक भास्कर की इंवेस्टिगेशन में सामने आया कि ठगी के रुपयों से मर्सिडीज और बीएमडब्ल्यू जैसी गाड़ियां खरीदी। गांवों में 1 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च कर बंगले बनाए। इन बंगलों में लगाए गए बाथटब भी ढाई-ढाई लाख रुपए के हैं।इतना ही नहीं, ठगी का पूरा खेल सामने आने के बावजूद अब भी ये ठग लोगों को झांसा देने की कोशिश कर रहे हैं। वीडियो शेयर कर लोगों को भरोसा दिलाने की कोशिश कर रहे हैं-हम भागे नहीं हैं, सबके पैसे लौटाएंगे।भास्कर की इंवेस्टिगेशन में एक चौंकाने वाला खुलासा ये भी हुआ है कि कंपनी के तीन मुख्य लोगों को पकड़ लिया गया है, हालांकि, पुलिस अधिकारी इसका खुलासा नहीं कर रहे हैं।
लग्जरी बंगला, नहाने के लिए ढाई लाख के बाथटब
भास्कर टीम मामले में इंवेस्टिगेशन के लिए नेक्सा एवरग्रीन कंपनी के डायरेक्टर बनवारी महरिया के गांव कूदन पहुंची। महरिया का पुराना घर गांव के अंदर बना हुआ है। पुराने घर में केवल दो ही छोटे-छोटे कमरे बने हुए हैं, जिसमें बनवारी की मां रहती है।
बनवारी ने ठगी के रुपयों से नया बंगला मेन रोड पर बनाया है। बंगले को बनाने में करीब एक करोड़ रुपए खर्च किए हैं। जोधपुर का काफी मंहगा पत्थर लगाया गया है।
बंगले की देखभाल के लिए दो नौकर लगा रखे हैं। भास्कर टीम बंगले पर पहुंची तो दोनों गार्डों ने अंदर ही जाने नहीं दिया। उन्हें जांच करने के लिए बोला तो वे चुप हो गए।
बात करने पर पता लगा कि दोनों गार्डों को हर महीने सैलेरी आ रही है। बंगले का काम एक साल से चल रहा था, जो अब लगभग पूरा हो चुका है। एक गेट लगाना बाकी है। बाहर मंदिर बनाने के लिए अलग से चबूतरा बनाया गया है।
लोगों को कहना है कि बनवारी शराब पीता था। उसकी पत्नी उसे तलाश करके लाती थी। उसकी हालत ऐसी नहीं थी कि करोड़ों रुपए का बंगला बना सके।पत्नी गिरीजा की 2017 में जॉब लगी थी। इसके एक लड़का व दो लड़की है। सूत्रों का कहना है कि पत्नी की नौकरी भी सेटिंग करके ही लगी थी।
ठगी के रुपयों से मर्सिडीज, बीएमडब्ल्यू जैसी महंगी गाड़ियां लीं
ठगी के करोड़ों रुपयों से कंपनी के एमडी रणवीर और सुभाष बिजारणियां लग्जरी लाइफ जी रहे थे। पलनावा गांव में बडे़-बडे़ बंगले बनवा लिए। दोनों ने मर्सिडीज और बीएमडब्ल्यू कंपनी की टॉप मॉडल की गाड़ी खरीदी थी। रणवीर और सुभाष ने मिलकर ठगी के रुपयों को होटलों और ग्रेनाइट की माइंस में भी इंवेस्ट कर दिया था। जयपुर में भी होटल खोली। नागौर में दो ग्रेनाइट की माइंस भी ली गई है। इसके अलावा गुजरात में 1700 बीघा जमीन भी खरीदी गई है। लोगों का कहना है कि कई जगहों पर भी प्रॉपर्टी बनाई है।
गांव में प्रदर्शन किया तो वीडियो भेजा- हम भागे नहीं हैं
करोड़ों रुपए लेकर फरार हुए रणवीर, सुभाष व बनवारी को पुलिस ने नहीं पकड़ा तो पीड़ित परेशान हो गए। हजारों लोगों ने रणवीर और सुभाष के गांव पलनावा गांव में धरना शुरू कर दिया। खाने-पीने का सामान भी मंगवा लिया गया था। तीन दिनों तक लोग गांव में ही इकट्ठे होते रहे। दबाव बनने पर रणवीर के पिता की तबीयत बिगड़ गई ताे एंबुलेंस बुलाकर अस्पताल ले जाया गया। बाद में उनका कुछ पता नहीं लगा।
धरने के अगले ही दिन कंपनी के एमडी रणवरी ने कंपनी के कई वॉट्सऐप ग्रुप में वीडियो मैसेज किया। जिसमें वेा कह रहा है- जिन लोगों को एफआईआर करानी है दो महीने बाद करवा लेना। थोड़ा सब्र रखते तो ऐसी बात नहीं होती। जो बात सामने आ रही है वे गलत हैं। कंपनी पर विश्वास बनाकर रखें। जमीन भी वहीं है। हम जमीन लेकर भागे नहीं हैं। सभी का हिसाब जल्द हो जाएगा।
धोलेरा सिटी से नया वीडियो शेयर किया
ठगी के शिकार हुए लोगों को भरोसा दिलाने के लिए रणवीर बिजारणियां ने नेक्सा एवरग्रीन प्रोजेक्ट पर पहुंच कर वेबसाइट पर नया वीडियो भी अपलोड किया। वीडियो में रणवीर बोला- मैं अभी गुजरात में हूं। लोगों ने जो इंवेस्ट किया है, वो हमारी शक्ल और नाम को देखकर नहीं किया है। करीब 700 लोगों की विजिट कराई है। हजारों लोगों का जमीन पर इंवेस्टमेंट है।
हमने जमीनें खरीदी हैं और इसी प्रोजेक्ट पर इंवेस्ट किया है। रुपए जिसके हैं, वो धरने और एफआईआर करने की बात बोल रहे हैं। कोई हिसाब करने नहीं आ रहा है। जिस ग्रुप को हिसाब करना है तो वे थोड़ा समय दें। कंपनी के पास कई लोकेशन पर जमीनें हैं। एफआईआर करने से हिसाब नहीं होगा। जिसे जमीनें चाहिए, उसे जमीन देंगे और जिन्हें रुपए चाहिए उन्हें रुपए वापस दे देंगे। 8 से 10 लीडर का हिसाब अभी भी किया है। जिन्हें रुपए वापस लेने हैं, उनका हिसाब हो जाएगा।