दैनिक रणघोष के सादर अनुरोध पर नजर आया देसी खाना स्वस्थ्य रहना

 मोटे अनाज से बना भोजन हमें जगाकर बताकर- बेहतर बना रहा है


रणघोष खास. रेवाड़ी की कलम से


रविवार का दिन रेवाड़ी को स्वस्थ्य रहने की तमाम खुबियां बताकर चला गया। शहर के मॉडल टाउन में गांधी चौक के पास बने ए एस जी टॉवर में जिला प्रशासन के सहयोग से मोटे अनाज से बने व्यंजनों पर आयोजन हुआ। डीसी अशोक कुमार गर्ग के मार्गदर्शन से मिली सकारात्मक उर्जा में दैनिक रणघोष ने बतौर मीडिया पार्टनर इस शानदार पहल का स्वरूप तैयार किया तो नाबार्ड से प्रशिक्षित महिलाओं ने दि लार्ड कृष्णा एजुकेशनल फाउंडेशनल के बैनर तले पौष्टिकता से संपूर्ण लाजवाब अनेक व्यंजन बनाकर सभी का दिल जीत लिया। आर्ट ऑफ लिविंग से ब्रह्मप्रकाश भारद्वाज इस पूरे आयोजन के सूत्रधार बने। यह आयोजन हर किसी को जगाकर बताकर और बेहतर चला गया। इस आयोजन की सबसे बड़ी प्रभावशाली उपस्थिति वे ग्रामीण महिलाएं रही जो पूरी तरह संपूर्ण भारत के स्वाभिमान ओर सम्मान के तौर पर नजर आईं। इन महिलाओं ने अपने चेहरों पर जज्बात, हौसलों की मुस्कान से जीवन में चल रहे कई तरह के निजी संघर्षों के बीच आगे बढ़ने के अपने इरादों को सांझा किया। हर कोई उनकी सादगी- समर्पण एवं हिम्मत को सलाम करते नजर आया।
दो घंटे से अधिक समय तक चले इस आयोजन का हर पल गर्व और गौरव करने वाला रहा। कार्यक्रम में हर शख्सियत अपने आप में विशेष होते हुए इन महिलाओं के लिए बहुत कुछ करने के लिए आतुर नजर आईं। बीएमजी ग्रुप के निदेशक रिपुदमन गुप्ता ने कहा कि वे अपने मॉल के खुले प्रांगण में महिलाओं को अपनी स्टाल लगाने के लिए नि:शुल्क जगह दे सकते हैं तो आरसीसीआई रेवाड़ी के समस्त पदाधिकारी अपनी कंपनी में मोटे अनाज से बने भोजन का कार्यक्रम शैडयूल बनाते नजर आए। होली चाइल्ड स्कूल के निदेशक अनिरूद्ध सचदेवा ने कहा महिलाओं ने अपना काम कर दिया है हमें उनके लिए क्या करना चाहिए। इस पर कदम उठाएंगे। समय समय पर होने वाली अभिभावकों की मीटिंग में इनके हाथों से बने उत्पादों की स्टालें लगाई जा सकती है। केएलपी कॉलेज प्रबंधन समिति के चेयरमैन अमित गुप्ता ने कहा कि हम जल्द ही इन महिलाओं के उत्पादों को बाजार में पूरी तरह से उतारने के लिए योजनाओं पर काम करेंगे। हिंदू स्कूल प्रबंधन समिति के चेयरमैर रामकिशन भालखीवाले, समाजसेवी एवं उद्योगपति एमपी गोयल, आरसीसीआई रेवाड़ी के अध्यक्ष विजय शर्मा, आरपीएस इंटरनेशनल स्कूल की प्राचार्य प्रीति लांबा, रिटायर कृषि वैज्ञानिक डॉ. जोगेंद्र यादव समेत अनेक लोगों ने अपने अनुभव एवं सुझाव सांझा किए। इस आयोजन में पूरे समय डीसी अशोक कुमार गर्ग महिलाओं को आर्थिक तौर पर आत्मनिर्भर बनाने के लिए हर उन योजनाओं एवं सुझावों पर स्वीकृति देते नजर आए जिसमें समाज की संपूर्णता नजर आ रही थी। इस आयोजन के सूत्रधार ब्रह्मप्रकाश भारद्वाज ने कहा कि यह तो अभी शुरूआत है। यह कारवां अब थमने वाला नहीं है। दैनिक रणघोष के संपादक प्रदीप नारायण ने सभी का आभार जताते हुए कहा कि इन महिलाओं के जीवन से जुड़ी कहानियां ही समाज में बेहतर बदलाव का आधार बनेगी।

गंभीर बीमारियों से लड़ने की क्षमता मोटे अनाज से बने भोजन में ही है


WhatsApp Image 2023-03-12 at 7.28.33 PMउपायुक्त अशोक कुमार गर्ग ने कहा कि इस तरह के आयोजन से ही बेहतर बदलाव आता है। सही मायनों में मोटे अनाज से बने भोजन का विजन सरकार या प्रशासन का नहीं हर भारतीय के दिलों दिमाग में पहले सही रहा है। बदलते परिवेश में हमने असल खान पान को भूला दिया। जिसके कारण अनेक तरह की बीमारियां हमारे शरीर को खराब करती जा रही है। मोटे अनाजों के सेवन से कई तरह के फायदे होते हैं। इन्हें खाने वाले लोगों में मोटापा, दिल की बीमारी, पाचन की समस्या कम होती है। इसके साथ ही ये कंट्रोल, एनीमिय, डायबिटीज से भी लड़ने में सहायक होते हैं। मोटे आनाज शरीर में कैल्शियम का कमी पूरा कर हड्डियों को मजबूत बनाने के साथ ही सर्दियों में शरीर को रखता गर्म रखते हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात ग्रामीण परिवेश से जुड़ी उन महिलाओं को ताकत मिलती है जिनके हाथों से यह व्यंजन तैयार होता है। हमारे भारतीय देसी खान पान तैयार करने का जो जादू ग्रामीण महिलाओं में हैं वह कहीं नहीं है। इसलिए सरकार ने बेहतर स्वास्थ्य के साथ साथ आत्मनिर्भर भारत बनने के विजन को पूरा करने के लिए 2023 को अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज के रूप में मना रही है। उन्होंने महिलाओं को विश्वास दिलाया कि उनके द्वारा किए जा रहे उत्पादों को सही बाजार मिले इसके लिए सामाजिक तौर पर भी सभी के सहयोग से कोई ना कोई योजना तैयार की जाएगी। इस मौके पर एसडीएम होशियार सिंह ने भी कहा कि आज होम डिलीवरी का समय है इसके लिए महिलाओं को प्रशिक्षित किया जाना जरूरी है। मोटा खाना मोटा सोचना हमारे स्वस्थ्य रहने का मूल मंत्र रहा है। इस अवसर पर अलग अलग क्षेत्रों से आए प्रबुद्ध वर्गों ने इस आयोजन की जमकर सराहना की और अपने स्तर पर महिलाओं के उत्पादों को घर घर तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम में भारतीय प्राचीन परंपरागत खानपान पर शोध कर रही सुयशा गुप्ता ने बताया कि मोटे अनाज में वह तमाम ताकत हैं जिसके सेवन से गंभीर से गभीर बीमारियों से लड़ने की क्षमता हमारे शरीर में बनी रहती है। मंच का कुशल संचालन ब्रह्मप्रकाश भारद्वाज ने किया।  कार्यक्रम के आयोजक दि लार्ड कृष्णा एजुकेशनल फाउंडेशन के चेयरमैन रतिराम ने महिलाओं की मौजूदा स्थिति पर विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर डीडीपीओ एचपी बंसल, उद्योगपति एवं समाजसेवी रिपुदमन गुप्ता, अजय मित्तल, हिंदू स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष रामकिशन भालखीवाले, समाजसेवी एवं उद्योगपति एमपी गोयल, केएलपी कॉलेज प्रबंधक समिति के प्रधान अमित गुप्ता, होली चाइल्ड स्कूल के डायरेक्टर अनिरूद्ध सचदेवा, उद्योगपति चरत अग्रवाल, आरपीएस इंटरनेशनल स्कूल की प्राचार्य प्रीति लांबा, वरिष्ठ अधिवक्ता सचिन मलिक, जैन स्कूल प्रबंधक समिति के प्रधान प्रदीप जैन, रमेश मित्तल, डॉ. सीमा मित्तल, सुभाष राणा, जगदीश सोनी मारवाड़ी ज्वैलर्स, विनय बंसल, राजू गुप्ता,   औद्योगिक क्षेत्र को संचालित करती आ रही है आरसीसीआई रेवाड़ी के अध्यक्ष विजय शर्मा, पूर्व अध्यक्ष सत्यनारायण शर्मा, अनुराधा यादव, नेहा शर्मा, अनिल यादव, विनोद जोशी, आर्ट आफ लिविंग से शक्ति, उर्मिला भारद्वाज, प्रवीन, डॉ. सोनिया, एसएसए अधीक्षक प्रदीप कुमार  सुमन यादव समेत अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे।

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