पीईबी की संस्थाओं में चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज

 चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार अपना विजन जरूर स्पष्ट करे: संजय डाटा


रणघोष अपडेट. रेवाड़ी

शहर की नामी शिक्षण संस्था पब्लिक एजुकेशन बोर्ड के द्वारा संचालित केएलपी कॉलेज, आरडीएस गर्ल्स कॉलेज,सतीश बीएड कॉलेज एवं सतीश पब्लिक स्कूल में नई प्रबंधन समिति के गठन को लेकर प्रक्रिया शुरू हो गई है। 30 अगस्त को नामाकंन भरने की अंतिम तिथि है।

बोर्ड में कॉलेजियम मेंबर एवं लघु उद्योग भारती के जिला अध्यक्ष संजय डाटा ने चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों से अनुरोध किया है की वे कम से कम इन शिक्षण संस्थानों को बेहतर बनाने के लिए अपने विजन को भी स्पष्ट करे। क्या वे महज पद प्राप्त करने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं या उनके दिलो दिमाग में ऐसी कोई रूपरेखा बनी हुई है जिसे वे पद पर आने बाद जमीन पर साकार करेंगे। कम से कम उम्मीदवारों का अपना चुनाव लड़ने का घोषणा पत्र तो होना चाहिए। उन्होंने कहा की  पब्लिक एजुकेशन सोसायटी रेवाड़ी एक शैक्षणिक संस्थान है, जिसकी नीव हम सब के बुजुर्गो ने समाज की भलाई के लिए रखी और उनकी ये सोच हम सब के लिए वरदान साबित हुई। पिछले 50वर्षो से ये संस्थान अपनी भव्यता और व्यापकता से रेवाड़ी शहर को सुशोभित कर रहा है। आज भी इस सोसाइटी के चारो शिक्षण संस्थानों का परचम पूरे  हरियाणा  में फहरा रहा है। लेकिन पिछले कुछ सालों में इसकी भव्यता में कुछ कमियां आई है, जिससे इसका भविष्य स्वर्णिम नही दिख रहा है। जैसा की विदित है की गिरते शिक्षा स्तर और नए कोर्सेज की अनुपलब्धता के कारण हमारे शहर के बच्चे बाहर के कॉलेज में पढ़ने को मजबूर हो रहे है। हम सब की तरह हमारे बच्चे यहां नही पढ़ पा रहे है। पिछले वर्षो में कॉलेज के ट्रस्ट के मेंबर की आपसी  मनमुटाव के कारण कॉलेज की प्रगति अवरुद्ध हुई है, प्रशासन की गतिविधियां बढ़ी है। अब एक नई कॉलेजियम बॉडी बनी है, जिससे शहर के आमजन की अभूतपूर्व अपेक्षा है।  निवेदन है हर उस व्यक्ति से जो प्रबंधन में अपना दायित्व को निभाने का प्रयास कर रहा है, वो अपना एक विजन समाज के समक्ष प्रस्तुत करे। जिससे एक वोटर ही नही शहर का प्रबुद्ध समाज निश्चिंत हो की इस शिक्षण संस्थान का नेतृत्व एक योग्य व्यक्ति अथवा  समूह के हाथो में है। जिसका नेतृत्व इस सोसाइटी को नई ऊंचाइयों पर पुनः स्थापित कर सके।ज्यादा पारदर्शिता और ज्यादा लोगो  को सोसाइटी में अपना दायित्व दे कर उनकी योग्यता का लाभ उठा सके। लोकतंत्र में शक्तियों के समूह को कॉलेजियम कहा गया है। संजय डाटा ने चिंता जताते हुए कहा की एक लंबे समय से इन संस्थाओं को अलग अलग बॉडी संचालित करती आ रही है लेकिन शिक्षा ग्रहण कर रहे हजारों विद्यार्थी, कर्मचारी, शिक्षकों की सुरक्षा विशेष तोर से आगजनी की घटना को रोकने के लिए फायर सेफ्टी उपकरण तक नही लगाए हैं। जबकि पूरे देश में आए दिन इन्ही अनदेखी और कोताही की वजह से कोई ना कोई बड़े हादसे घटित होते जा रहे हैं। संजय डाटा ने कहा की अब समय आ चुका है की इन महत्वपूर्ण चुनाव को महज हार जीत या चौधर की लड़ाई के मद्देनजर नही देखकर शिक्षा के बेहतर स्तर एवं सुरक्षा की दृष्टि पर काम करने की जरूरत है। अगर इस चुनाव में ऐसा कर पाए तो यह बेहतर कदम होगा।