आने वाले दिनों में आपको पाइप्ड नेचुरल गैस (PNG) और कॉम्प्रेस्ड नेचुरल गैस (CNG) के लिए ज्यादा खर्च करना पड़ सकता है. दरअसल, पेट्रोलियम एंड नेचुरल गैस मिनिस्ट्री ने अक्टूबर महीने के लिए डोमेस्टिक नेचुरल गैस (Domestic Natural Gas) की कीमत में बढ़ोतरी की घोषणा की है. यह लगातार दूसरा महीना है जब देश में उत्पादित प्राकृतिक गैस की कीमत बढ़ाई गई है.
सितंबर में कीमत 8.60 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू थी जिसे बढ़ाकर 9.20 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू कर दिया गया है. डोमेस्टिक नेचुरल गैस की कीमतों में वृद्धि से उपभोक्ताओं द्वारा वाहनों में इस्तेमाल होने वाले सीएनजी और घरों में इस्तेमाल होने वाले पीएनजी के दाम बढ़ने की आशंका है क्योंकि गैस डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियां उच्च लागत का भार ग्राहकों पर डाल सकती हैं.
डोमेस्टिक नेचुरल गैस की कीमत में हर महीने बदलाव
यह प्राइस एडजस्टमेंट नए फॉर्मूले के तहत किया गया है जिसमें डोमेस्टिक नेचुरल गैस की कीमत को कच्चे तेल के भारतीय बास्केट की मौजूदा कीमत से जोड़ा गया है. पहले का फॉर्मूला 4 प्रमुख ग्लोबल गैस ट्रेडिंग केंद्रों की कीमतों पर आधारित था. नेचुरल गैस की कीमतों को मौजूदा मार्केट डायानामिक्स के साथ अधिक निकटता से एलाइन करने के लिए अक्टूबर 2022 में सरकार द्वारा गठित एक एक्सपर्ट कमिटि की सिफारिशों पर नया प्राइस मैकेनिज्म पेश किया गया था. इस नए फॉर्मूले के तहत डोमेस्टिक नेचुरल गैस की कीमत में हर महीने बदलाव किया जाता है.
बिजली बिल से लेकर खेती-बाड़ी तक असर
बता दें कि नेचुरल गैस, फर्टिलाइजर्स बनाने के साथ बिजली पैदा करने के लिए एक प्रमुख कच्चा माल है. इसे सीएनजी में भी परिवर्तित किया जाता है और पीएनजी के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है. नेचुरल गैस की दरों में वृद्धि से सीएनजी और पीएनजी की कीमतों में बढ़ोत्तरी होने की आशंका है. नेचुरल गैस की कीमतों में वृद्धि से बिजली पैदा करने की लागत में भी वृद्धि होगी लेकिन उपभोक्ताओं को कोई बड़ी परेशानी नहीं होगी क्योंकि गैस से पैदा होने वाली बिजली का हिस्सा बहुत कम है.