Delhi Dehradun Expressway Update: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि दिल्ली–देहरादून एक्सप्रेसवे करीब 15 दिन में शुरू हो सकता है। उद्घाटन के लिए पीएम मोदी से समय मांगा गया है।
दिल्ली–देहरादून एक्सप्रेसवे को लेकर बड़ी खुशखबरी
दिल्ली से उत्तराखंड की राजधानी देहरादून जाने वाले लोगों के लिए बड़ी राहत की खबर सामने आई है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि दिल्ली–देहरादून एक्सप्रेसवे के शुरू होते ही यह सफर महज दो घंटे में पूरा किया जा सकेगा। उन्होंने यह भी संकेत दिए हैं कि एक्सप्रेसवे को पूरी तरह चालू करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से समय मांगा गया है।
15 दिनों में शुरू होने की उम्मीद
बुधवार को राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान एक पूरक प्रश्न का उत्तर देते हुए नितिन गडकरी ने उम्मीद जताई कि दिल्ली–देहरादून एक्सप्रेसवे लगभग 15 दिनों के भीतर चालू हो सकता है। उन्होंने कहा कि जिस तरह दिल्ली–मेरठ एक्सप्रेसवे बनने के बाद यात्रा समय साढ़े तीन घंटे से घटकर केवल 45 मिनट रह गया, उसी तरह यह नया एक्सप्रेसवे भी यात्रा को बेहद आसान बना देगा।
अक्षरधाम से प्रायोगिक संचालन को मिली मंजूरी
नितिन गडकरी ने बताया कि दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर से इस एक्सप्रेसवे के प्रायोगिक संचालन को मंजूरी दे दी गई है। इसके शुरू होने के बाद दिल्ली से देहरादून की दूरी करीब दो घंटे में तय की जा सकेगी। सरकार ने इस परियोजना को यातायात दबाव कम करने और उत्तराखंड की कनेक्टिविटी बेहतर बनाने के उद्देश्य से तैयार किया है।
दिल्ली–मेरठ मार्ग पर भी घटेगा दबाव
केंद्रीय मंत्री के अनुसार, दिल्ली–देहरादून एक्सप्रेसवे शुरू होने से दिल्ली–मेरठ मार्ग पर यातायात का दबाव भी काफी हद तक कम हो जाएगा। इससे न सिर्फ यात्रा समय घटेगा, बल्कि ईंधन की बचत और प्रदूषण में कमी भी आएगी।
मेरठ में अंदरूनी रिंग रोड पर भी विचार
राज्यसभा में ही लक्ष्मीकांत वाजपेयी द्वारा मेरठ में अंदरूनी रिंग रोड बनाने के सुझाव पर नितिन गडकरी ने कहा कि सरकार इस प्रस्ताव पर विचार करेगी। वाजपेयी ने पूरक प्रश्न के जरिए पूछा था कि क्या सरकार मेरठ में इनर रिंग रोड बनाने की योजना बना रही है।
परियोजना की प्रमुख जानकारी
दिल्ली–देहरादून एक्सप्रेसवे एक निर्माणाधीन मेगा परियोजना है, जिसकी कुल लंबाई लगभग 210 किलोमीटर है। इसके पूरा होने के बाद दिल्ली से देहरादून का सफर, जो अभी 6 से 7 घंटे का होता है, घटकर करीब 2 से 2.5 घंटे रह जाएगा। फिलहाल, अक्षरधाम से ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (EPE) जंक्शन तक का एक हिस्सा परीक्षण के लिए खोला जा चुका है।
यात्रियों और उत्तराखंड के लिए बड़ी सौगात
इस एक्सप्रेसवे के शुरू होने से दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के लाखों यात्रियों को सीधा फायदा मिलेगा। पर्यटन, व्यापार और आपातकालीन सेवाओं के लिहाज से भी यह मार्ग बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। अब सभी की नजरें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समय और एक्सप्रेसवे के औपचारिक उद्घाटन पर टिकी हैं।