देश की राजधानी दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit) का आगाज हो चुका है. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) जिस चेयर से संबोधित कर रहे थे उसके सामने देश का नाम इंडिया की जगह भारत का प्रयोग किया गया था. पीएम मोदी ने अपने भाषण में जी-20 शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए देश का नाम लेते समय भारत शब्द का इस्तेमाल किया.
NDTV के अनुसार ‘भारत’ नाम का उपयोग विदेशी प्रतिनिधियों के लिए बनाई गई जी20 पुस्तिका में भी किया गया है. इस पुस्तिका का शीर्षक ‘Bharat, The Mother Of Democracy’ है. इसमें कहा गया है, ‘भारत देश का आधिकारिक नाम है… इसका उल्लेख संविधान और 1946-48 की चर्चाओं में भी है…’ वहीं सरकार ने जी20 के कई आधिकारिक दस्तावेजों में देश के लिए ‘भारत’ शब्द का इस्तेमाल किया है. संविधान में देश के लिए ‘इंडिया’ के साथ-साथ ‘भारत’ शब्द का उपयोग किया गया है. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि यह एक सोच-समझकर लिया गया फैसला है.
बता दें कि इससे पहले मेहमानों को भी जो निमंत्रण दिया गया उसमें भारत शब्द का इस्तेमाल किया गया था. जिसके बाद भारत के राजनीतिक गलियारों में पिछले कुछ दिनों से भारत और इंडिया नाम का विवाद शुरू हो गया. विपक्ष की ओर से इसे लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं. इंडिया बनाम भारत की बहस एक बड़े राजनीतिक विवाद में तब्दील हो गई थी, जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा था कि भारत का नाम बदलना विपक्षी गुट इंडिया के डर के कारण सरकार की क्लासिक घबराहट प्रतिक्रिया और ध्यान भटकाने की रणनीति है.
जबकि भाजपा और उसके सहयोगी दल का मानना है कि ‘भारत’ शब्द का भारतीय संविधान में स्पष्ट रूप से उपयोग किया गया है और इस प्रकार इसे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर परस्पर उपयोग किया जा सकता है. वहीं विपक्ष का दावा है कि यह विपक्षी गुट के प्रभाव को ख़त्म करने के लिए किया जा रहा है, जिसे I.N.D.I.A नाम दिया गया था. बहरहाल, भाजपा ‘भारत बनाम इंडिया’ की बहस में पड़ने से काफी हद तक परहेज कर रही है. पार्टी नेताओं का कहना है कि संविधान में देश के लिए दोनों नाम का इस्तेमाल किया गया है. (भाषा इनपुट के साथ)