Gyanvapi Masjid Survey LIVE: ज्ञानवापी परिसर में शाम 7 बजे तक चलेगा सर्वे, कुल 75 लोग मौजूद, सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई

उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में स्थित ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का सर्वे एक बार फिर से शुरू हो गया है. एएसआई की टीम परिसर के अंदर पहुंच चुकी है. वहीं इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ मुस्लिम पक्ष ने एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है, जिसपर सुनवाई भी आज ही होगी. हिंदू पक्ष के दावों को लेकर यह ज्ञानवापी परिसर का सर्वे कराया जा रहा है. ASI की टीम ने ज्ञानवापी परिसर में आज सुबह सात बजे से सर्वे का काम शुरू कर दिया है. यहां पढ़ें ASI सर्वे से जुड़े लाइव अपडेट्स…

-शाम सात बजे तक एएसआई का सर्वे चलेगा. परिसर में इस वक्त कुल 75 लोग मौजूद हैं. ज्ञानवापी परिसर में सर्वे जारी है.

-आज शाम तक ज्ञानवापी परिसर में एएसआई की टीम का चलेगा सर्वे. जुमे की नमाज़ के समय ASI की टीम ब्रेक लेगी

-एएसआई सर्वे का समय बढ़ाने की गुहार लगाएगी. जिला जज के अदालत में ASI की ओर प्रार्थना पत्र डाला जाएगा प्रार्थना पत्र. पत्र में सर्वेक्षण के लिए और समय बढ़ाने की मांग की जाएगी. जिला अदालत ने 4 अगस्त तक सर्वेक्षण की रिपोर्ट मांगी थी.

-हाईकोर्ट के आदेश के बाद ASI ने सर्वे शुरू कर दिया है. एएसआई ने ज्ञानवापी परिसर के पश्चिमी दीवार से सर्वे शुरू किया है. इस दौरान मुस्लिम पक्ष ने तहखाने की चाबी देने से इनकार कर दिया है. आज तहखाने से शुरू होने वाला था सर्वे.

-ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के अंदर सर्वेक्षण करने के लिए 30 सदस्यीय एएसआई टीम को चार भागों में विभाजित किया गया है. टीमें पहले डस्टिंग करेंगी और फिर फोटो डॉक्यूमेंटेशन और जीपीआर की मदद से सर्वे करेंगी.

-हिंदू पक्ष के याचिकाकर्ताओं और उनके अधिवक्ताओं के साथ एएसआई की 30 सदस्यों की एक टीम सर्वेक्षण के लिए मस्जिद परिसर में प्रवेश कर चुकी है. सर्वे दोपहर 12 बजे तक आयोजित किया जाएगा.

-ज्ञानवापी परिसर में चल रहा एएसआई की टीम का सर्वे आज दोपहर 12 बजे तक चलेगा.

-हाई कोर्ट के आदेश पर ज्ञानव्यापी परिसर का ASI सर्वे शुरू हो चुका है. ADG-ASI आलोक त्रिपाठी के नेतृत्व में ज्ञानव्यापी का सर्वे शुरू किया गया है. 50 से अधिक ASI अधिकारी-कर्मचारियों की टीम सर्वे में जुटी हुई है. DPR जैसी अत्याधुनिक तकनीक के जरिये किया जा रहा ज्ञानव्यापी का सर्वे.

-ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के एएसआई सर्वेक्षण पर वकील सोहन लाल आर्य ने कहा, “पुरानी सूची के अनुसार, आठ लोग थे. डीएम द्वारा जारी की गई नई सूची में मेरा नाम था. इसमें अन्य भी शामिल थे. लेकिन इसमें सुधीर त्रिपाठी, विष्णु शंकर जैन और हरिशंकर जैन के नाम शामिल नहीं थे. बाद में उनके नाम जोड़े गए. मुस्लिम पक्ष ने इसका (सर्वेक्षण) बहिष्कार किया है.”

वाराणसी, उत्तर प्रदेश: भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की एक टीम परिसर का वैज्ञानिक सर्वेक्षण करने के लिए ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में पहुंची.

-ज्ञानवापी परिसर में सर्वे करने के लिए ASI के 41 लोगों की एक टीम पहुंची हुई है.

https://twitter.com/i/status/1687278140153012224

– ज्ञानवापी परिसर के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. क्योंकि एएसआई (भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण) आज ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का सर्वेक्षण करेगा. इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने कल एएसआई को सर्वेक्षण करने की अनुमति दे दी थी.

-हिंदू पक्ष की ओर से पेश वकील सुधीर त्रिपाठी ने कहा, “एएसआई ही बता सकता है कि सर्वे पूरा करने में कितने दिन लगेंगे. अयोध्या में राम मंदिर का सर्वे पूरा करने में 7-8 महीने लग गए थे.”

-ज्ञानवापी मामले पर हिंदू पक्ष का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील सुभाष नंदन चतुर्वेदी ने कहा,  “इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने कल एएसआई को सर्वेक्षण करने की अनुमति दी. एएसआई और जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है. हम भी वहां जा रहे हैं. यह सर्वेक्षण इतहिस रचने की ओर एक कदम है.”

30 सदस्य एएसआई की टीम फिलहाल वाराणसी में है. ज्ञानवापी परिसर में कथित शिवलिंग मिलने वाले जगह को छोड़कर परिसर के बाकी जगहों पर एएसआई की टीम सर्वे का काम करेगी. फोटो डॉक्यूमेंटेशन और जीपीआर के जरिए सर्वे का काम पूरा किया जाएगा. वहीं ASI सर्वे को चुनौती देने वाली मुस्लिम पक्ष की अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट आज सुनवाई करेगा. हिंदू पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट में कैविएट याचिका दाखिल की है.

ज्ञानवापी में एएसआई सर्वे से पहले वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने अपील की है. श्री काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में मोबाइल को प्रतिबंधित कर दिया गया है. श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में किसी भी श्रद्धालु को मोबाइल ले जाने पर 4 अगस्त से 7 अगस्त तक प्रतिबंध रहेगा. इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने बृहस्पतिवार को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) को वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में वैज्ञानिक सर्वेक्षण करने की अनुमति दे दी ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या 17वीं शताब्दी की मस्जिद का निर्माण एक हिंदू मंदिर की पहले से मौजूद संरचना पर किया गया है.

उच्च न्यायालय द्वारा जिला अदालत के आदेश को बरकरार रखने और यह फैसला देने के कुछ ही घंटों बाद कि प्रस्तावित सर्वेक्षण ‘‘न्याय के हित में आवश्यक है’’और इससे दोनों पक्षों को फायदा होगा, अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमेटी ने फैसले के खिलाफ उच्चतम न्यायालय का रुख किया। मस्जिद काशी विश्वनाथ मंदिर के बगल में स्थित है. इलाहाबाद उच्च न्यायालय से हरी झंडी मिलने के बाद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की टीम वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर का सर्वे आज सुबह सात बजे से शुरू करेगी.

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