वैसे तो भारत-पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मुकाबले का सबको बेसब्री से इंतजार रहता था, लेकिन अब वैसे हालात नहीं हैं। अब हालात बदल गए हैं। जिसे भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले मुकाबलों में जो रोमांच होता था, उस भारतीय जनता में अब रोमांच की जगह गुस्सा भरा हुआ है। ये सबकुछ बदला 22 अप्रैल को, जब आतंकियों ने 26 लोगों को धर्म पूछकर मारा था। अब उन्हीं मारे गए 26 लोगों में से एक के बेटे ने भी इस मैच का विरोध किया है। गुजरात के रहने वाले सविन परमार ने कहा कहा कि पहले मुझे मेरा भाई वापस दे दो फिर पाकिस्तान के साथ मैच खेलना।
‘खेलो, लेकिन पहले मेरा भाई वापस दो’
सविन गुजरात के भावनगर के रहने वाले हैं। 22 अप्रैल को हुई आतंकी घटना में उनके पिता और भाई को आतंकियों ने मार दिया था। भारत-पाकिस्तान के क्रिकेट मुकबले को लेकर सविन का कहना है कि पाकिस्तान के साथ क्रिकेट ही नहीं, बल्कि किसी तरह का व्यवहार नहीं रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी पाकिस्तान के साथ कोई व्यवहार नहीं रखना चाहिए। सविन का कहना है कि पाकिस्तान के साथ व्यवहार इसलिए नहीं रखना चाहिए, क्योंकि वो एक आतंकी देश है। सविन ने कहा कि अगर आपको क्रिकेट खेलना ही है, तो आप खेलो, लेकिन पहले मेरा 16 साल का भाई मुझे वापस कर दो।
भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मुकाबले को लेकर सविन का कहना है कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान पर ऑपरेशन सिंदूर चलाया था। इसमें हमारे कुछ जवान भी शहीद हुए थे। अब हमारी क्रिकेट टीम उनके साथ मैच खेलने जा रही है। ऐसे में तो ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य व्यर्थ ही गया। जब सविन से पूछा गया कि पाकिस्तान के साथ हमें कैसा व्यवहार करना चाहिए तो उसने कहा कि किसी तरह का व्यवहार पाकिस्तान के साथ हमें नहीं रखना चाहिए। सविन ने कहा कि चाहे क्रिकेट ही क्यों ना हो, हमें पाकिस्तान के साथ नहीं खेलना चाहिए।