पाकिस्तान में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां लाहौर डिविजन के कसूर जिले में पुलिस की टीम एक हाई प्रोफाइल रेव पार्टी पर रेड करने पहुंची, लेकिन वहां पहुंचकर कुछ ऐसा हुआ जिसने पाकिस्तान की राजनीति और प्रशासनिक व्यवस्था को ही हिलाकर रख दिया। इस हाई प्रोफाइल रेव पार्टी में कई सैन्य अधिकारियों, सुरक्षा बलों और सत्तारूढ़ नेताओं के बेटे-बेटियां पकड़े गए थे। हुआ ये कि रेड के कुछ ही घंटों में मामला पूरा पलट गया और रेड करने वाले पांच पुलिस अधिकारी ही सस्पेंड हो गए।
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने रेव पार्टी में मौजूद 55 युवाओं को हिरासत में लिया, जिनमें कई सैन्य अधिकारियों, सुरक्षा बलों के अफसरों और सत्तारूढ़ नेताओं के बेटे-बेटियां शामिल थे। हालांकि, इस कार्रवाई के कुछ ही घंटों के भीतर पूरा घटनाक्रम पलट गया। SHO साकलेन खान समेत पांच पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया और अब एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं।
वीडियो लीक बना विवाद की जड़
पुलिस ने छापे के दौरान सबूत के तौर पर एक वीडियो रिकॉर्ड किया था, जिसमें नशे में धुत युवक-युवतियों और जब्त किए गए मादक पदार्थों की झलक साफ दिखाई दे रही थी। यह वीडियो कुछ ही घंटों में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद मूसाफाबाद थाने में हड़कंप मच गया।
जानकारी के अनुसार, कई प्रभावशाली परिवारों से जुड़े इन युवाओं के नाम सामने आने पर राजनेताओं, सैन्य अधिकारियों और वरिष्ठ सुरक्षा अफसरों के फोन लगातार थाने पर आने लगे। दबाव इस कदर बढ़ा कि जिला पुलिस अधिकारी (DPO) ईसा खान को स्वयं मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा।
ڈسٹرکٹ پولیس آفیسر قصور نے ڈانس پارٹی میں نشے میں دھت گرفتار 30 مرد اور 25 خواتین کی وڈیو سوشل میڈیا پر وائرل کرنے کے عمل کو غیر قانونی اور خلافِ ضابطہ قرار دیتے ہوئے ذمہ دار پولیس کو معطل کر دیا https://t.co/T68iDXSp8B #Kasur #SocialMediaVirel #PoliceteamSuspended pic.twitter.com/ZHiShjY6z8
— Sahafi.Online (@SOnlinepak) April 7, 2025
अब पुलिस ने कहा- गलतफहमी से बेकसूरों को पकड़ा
DPO ने SHO साकलेन खान को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए आरोप लगाया कि उन्होंने बिना अनुमति वीडियो रिकॉर्ड किया और उसे लीक किया। हिरासत में लिए गए युवाओं को अदालत में पेश किया गया, जहां सबूतों के अभाव में उन्हें रिहा कर दिया गया। अब पुलिस का कहना है कि छापा एक “गलतफहमी” की वजह से मारा गया और हिरासत में लिए गए युवक-युवतियां निर्दोष थे।