प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को अफ्रीकी देश घाना की संसद को संबोधित किया है। इसके साथ ही पीएम मोदी 3 दशकों में घाना की संसद को संबोधित करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री बन गए। पीएम मोदी ने विकास के अलग-अलग आयामों में अफ्रीका को भारत के पूरे समर्थन का आश्वासन दिया है। वहीं उन्होंने भारत और अफ्रीका के बीच मजबूत साझेदारी बनाने पर भी जोर दिया। बता दें कि पीएम मोदी पांच देशों के अपने दौरे के दौरान बुधवार को घाना पहुंचे थे। इसके बाद वे त्रिनिदाद और टैबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और नामीबिया की यात्रा भी करेंगे।
घाना में पीएम मोदी ने अपने संबोधन में इस बात को दोहराया है कि दुनिया ग्लोबल साउथ को अनदेखा नहीं कर सकती। पीएम मोदी ने कहा है आज दुनिया आतंकवाद और युद्ध जैसी आपदाओं से लड़ रहा है, लेकिन वैश्विक मंच उन्हें रोकने में नाकामयाब रहे हैं। उन्होंने कहा, “पिछली सदी में बने समूह आज इन आपदाओं को रोकने में विफल रहे हैं। इसीलिए इनमें तुरंत सुधार की जरूरत है। ग्लोबल साउथ के विकास के बिना दुनिया का विकास संभव नहीं है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घाना की संसद में अपने संबोधन के दौरान कहा कि वे 140 करोड़ भारतीयों की ओर से घाना के लिए शुभकामनाएं लेकर आए हैं। पीएम मोदी ने घाना के लोकतांत्रिक मूल्यों की तारीफ करते हुए घाना की ओर से मिले सम्मान के लिए घाना के लोगों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने इस सम्मान को घाना और भारत की दोस्ती को समर्पित किया है।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि भारत पूरी दुनिया के लिए शक्ति स्तम्भ है। उन्होंने कहा कि भारत में लोकतंत्र सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, बल्कि देश के मूल्यों का हिस्सा है। उन्होंने कहा, “हमारे लिए लोकतंत्र सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है। यह हमारे मूल्यों का हिस्सा है।” उन्होंने लोकतंत्र पर चर्चा करते हुए कहा, “लोकतंत्र चर्चा और बहस को बढ़ावा देता है। यह लोगों को जोड़ता है। यह सम्मान देता है और अधिकारों को बढ़ावा देता है।”
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति के बीच भारत और घाना ने अगले पांच सालों में व्यापार को दोगुना करने और द्विपक्षीय साझेदारी को सामरिक साझेदारी में बदलने का निर्णय लिया है। पीएम मोदी ने अक्कारा में राष्ट्रपति जॉन महामा के साथ द्विपक्षीय मुलाकात के बाद बुधवार देर रात संयुक्त प्रेस वक्तव्य में कहा कि भारत-घाना मित्रता साझे मूल्य, संघर्ष और समावेशी भविष्य के सपनों पर आधारित है। उन्होंने कहा कि घाना का जीवंत लोकतंत्र अन्य देशों के लिए भी उम्मीद की किरण है। राष्ट्रपति महामा को भारत का घनिष्ठ मित्र बताते हुए पीएम मोदी ने उन्हें भारत की यात्रा पर आने का निमंत्रण भी दिया।