राम नवमी के पावन अवसर पर शाहपुरा में 500 परिंदे लगाने का अभियान, अध्यक्ष विवेक मिश्रा के नेतृत्व में मानवता और जीव सेवा का प्रेरणादायी कार्य

रणघोष ख़ास – सुभाष चौधरी (शाहपुरा)


राम नवमी के पावन अवसर पर शाहपुरा में 500 परिंदे लगाने का अभियान, अध्यक्ष विवेक मिश्रा के नेतृत्व में मानवता और जीव सेवा का प्रेरणादायी कार्य

राम नवमी, भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाने वाला यह पावन पर्व न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह करुणा, सेवा और मानवता का भी संदेश देता है। इस अवसर पर शाहपुरा नगर परिषद क्षेत्र में एक सराहनीय पहल की गई, जिसमें गर्मी के मौसम में प्यासे पक्षियों के लिए 500 परिंदे (जलपात्र) लगाए गए। यह अभियान सनातन मानव जीव सेवा संस्था के मार्गदर्शन में हिंदू गौ सेवा टीम द्वारा संचालित किया गया।

इस अभियान के मुख्य सूत्रधार और प्रेरणास्रोत संस्था के अध्यक्ष विवेक मिश्रा रहे, जिनकी नेतृत्व क्षमता और समाज सेवा के प्रति निःस्वार्थ समर्पण ने इस कार्य को सफल और व्यापक बनाया। विवेक मिश्रा का यह प्रयास न केवल पक्षियों के लिए जीवनदायी सिद्ध होगा, बल्कि यह पूरे समाज को प्रकृति के प्रति दया, संवेदनशीलता और जागरूकता का संदेश भी देगा।

परिंदे लगाने का यह अभियान शाहपुरा के प्रमुख स्थलों जैसे श्याम मंदिर, मोक्ष धाम, हनुमान जी बगीची और नारायण दास पार्क में चलाया गया, जहाँ बड़ी संख्या में पक्षी आते हैं। गर्मियों में जल का संकट पक्षियों के लिए जानलेवा साबित हो सकता है। ऐसे में इन जलपात्रों की व्यवस्था उनके लिए संजीवनी समान होगी।

इस पुनीत कार्य में विवेक मिश्रा के साथ संस्था के उपाध्यक्ष विकास सैनी, महावीर प्रजापति, राहुल सैनी, कमलेश सैनी, पीयूष यादव, शिवम् सैनी, अशोक सैनी और अन्य कई सेवाभावी युवा भी जुड़े, जिन्होंने पूरे समर्पण भाव से परिंदों को उचित स्थानों पर टांगा और उनमें जल की व्यवस्था की।

विवेक मिश्रा ने इस मौके पर कहा, “प्रकृति और जीवों की सेवा ही सच्ची धर्म सेवा है। राम नवमी जैसे पवित्र पर्व पर अगर हम जीवों के जीवन की रक्षा में भागीदार बनें, तो यही सच्ची राम भक्ति होगी।” उन्होंने सभी नगरवासियों से भी अपील की कि वे अपने घरों के आसपास, छतों या बाग-बगीचों में परिंदे लगाएं और नियमित रूप से उनमें जल भरते रहें।

इस अभियान को लेकर नगरवासियों में भी काफी उत्साह देखा गया। कई लोगों ने स्वयं आगे आकर जलपात्र लेने और लगाने की इच्छा जताई। यह देखकर यह स्पष्ट हुआ कि अगर सही दिशा और नेतृत्व मिले, तो समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सकता है।

राम नवमी के इस पावन पर्व पर इस प्रकार के सेवा कार्यों से यह संदेश मिलता है कि हम सभी को अपनी धार्मिक भावनाओं को सेवा में परिवर्तित करते हुए समाज और पर्यावरण के लिए योगदान देना चाहिए। विवेक मिश्रा और उनकी टीम का यह प्रयास निश्चित रूप से अनुकरणीय है और यह आने वाले समय में और भी लोगों को प्रेरित करेगा।