Russia Ukraine War में भारतीय फँसे! भारत ने रूस से 27 नागरिकों को तुरंत सेवा मुक्त कर लौटाने की अपील की। 12 भारतीय मारे गए, 16 लापता और 96 को छुड़ाया गया।
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रूस-यूक्रेन युद्ध का असर अब भारतीय नागरिकों तक पहुँच गया है। भारत सरकार ने रूस से मांग की है कि उसकी सेना में सेवा कर रहे 27 भारतीय नागरिकों को तत्काल सेवा मुक्त कर स्वदेश लौटाया जाए। यह मामला लगातार गंभीर होता जा रहा है क्योंकि रूस में भारतीयों की जबरन भर्ती की खबरें सामने आ रही हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता में बताया कि भारत को नई जानकारी मिली है कि रूसी सेना में और भी भारतीय मौजूद हैं। उन्होंने कहा, “हमारी जानकारी के अनुसार, 27 भारतीय नागरिक वर्तमान में रूसी सेना में सेवारत हैं और हम उनके परिवारों के साथ लगातार संपर्क में हैं।”
भारत सरकार ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि भारतीय नागरिक किसी भी कीमत पर रूसी सेना में सेवा न करें क्योंकि यह बेहद खतरनाक और जानलेवा साबित हो सकता है। जायसवाल ने कहा, “हमने रूस में भारतीय दूतावास और नयी दिल्ली में रूसी अधिकारियों के समक्ष यह मुद्दा मजबूती से उठाया है। हमारी मांग है कि सभी भारतीयों को जल्द से जल्द सेवा मुक्त किया जाए।”
रिपोर्ट्स के मुताबिक छात्र और बिजनेस वीजा पर रूस गए कई भारतीयों को जबरन युद्ध के मोर्चे पर तैनात कर दिया गया है। इनमें से कई को रसोइया, हेल्पर और सहायक कर्मियों के रूप में नियुक्त किया गया था, लेकिन बाद में उन्हें संघर्ष क्षेत्र में भेज दिया गया।
पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी रूस यात्रा के दौरान भी यह मुद्दा उठाया था। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार अब तक 150 से ज्यादा भारतीयों को रूसी सेना में भर्ती किया जा चुका है। इनमें से कम से कम 12 भारतीय युद्ध में मारे गए हैं, 96 को सेवा मुक्त किया जा चुका है और 16 अभी तक लापता हैं।
भारत सरकार ने एक बार फिर अपने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी तरह के भर्ती प्रस्तावों से दूर रहें और ऐसे जाल में फँसने से बचें।