केंद्रीय विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर कड़ा बयान देते हुए इसे इकोनॉमिक वॉरफेयर (Economic Warfare) करार दिया है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि यह हमला पाकिस्तान प्रायोजित था और इसका मकसद था कश्मीर में पर्यटक उद्योग को नुकसान पहुंचाना, ताकि आर्थिक समृद्धि और सामान्य होते हालात पर ब्रेक लगाया जा सके।
जयशंकर ने कहा कि कश्मीर में आर्थिक विकास का सबसे बड़ा माध्यम पर्यटन है। लोग उसी से रोज़गार और समृद्धि पा रहे हैं। ऐसे में पर्यटकों को निशाना बनाकर डर का माहौल बनाना, एक सुनियोजित आर्थिक हमला है। उन्होंने यह भी कहा कि धर्म पूछकर लोगों को मारना, देश की सांप्रदायिक एकता को तोड़ने की साजिश का हिस्सा था।
🔴 “अब चुनौती देने का वक्त है”
जयशंकर ने कहा कि अब समय आ गया है कि हम इस तरह की रणनीतियों को सीधे चुनौती दें। उन्होंने कहा –
“हमें इकोनॉमिक वॉरफेयर से भी लड़ना होगा, यह युद्ध का नया तरीका है, जिसमें गोलियां नहीं चलतीं, लेकिन देश की रीढ़ यानी अर्थव्यवस्था को तोड़ने की कोशिश होती है।”
📌 क्या होता है इकोनॉमिक वॉरफेयर?
इकोनॉमिक वॉरफेयर (Economic Warfare) यानी आर्थिक युद्ध – एक ऐसी गैर-सैन्य रणनीति, जिसमें दुश्मन देश की अर्थव्यवस्था को निशाना बनाकर कमजोर किया जाता है। इसमें न तो बम गिराए जाते हैं और न ही सैनिक भेजे जाते हैं, लेकिन प्रभाव बहुत गहरा और दूरगामी होता है।
🌐 वैश्विक उदाहरण:
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अमेरिका ने रूस, ईरान, क्यूबा, और वेनेजुएला पर वर्षों से आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं।
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इन प्रतिबंधों के ज़रिए व्यापार, बैंकिंग, निवेश, विदेशी संपत्ति, तेल सप्लाई, आदि को प्रभावित किया गया।
🔍 इकोनॉमिक वॉरफेयर के मुख्य पैंतरे
| रणनीति | विवरण |
|---|---|
| व्यापार या निवेश पर रोक | जैसे रूस पर लगाए गए प्रतिबंध |
| आयात-निर्यात में बाधा | किसी देश को सप्लाई चेन से अलग करना |
| मुद्रा को जानबूझकर गिराना | अपने देश की करेंसी को सस्ता करके दूसरे देश को नुकसान |
| विदेशी संपत्तियों को फ्रीज करना | नेताओं और सरकार की संपत्ति जब्त करना |
| साइबर फाइनेंशियल हमला | बैंकों, स्टॉक मार्केट पर साइबर अटैक |
| प्राकृतिक संसाधनों की सप्लाई रोकना | तेल, गैस जैसे संसाधनों की आपूर्ति बाधित करना |
| आर्थिक अफवाहें फैलाना | शेयर बाजार में डर फैलाकर निवेशकों को भगाना |
🧭 पहलगाम में क्या हुआ?
पहलगाम, जो कि कश्मीर का प्रमुख टूरिस्ट डेस्टिनेशन है, वहां हुए आतंकी हमले में धर्म पूछकर लोगों को निशाना बनाया गया। इस हमले से पर्यटकों में डर का माहौल बना और यह कोशिश की गई कि लोग घाटी की ओर न आएं। विदेश मंत्री ने इसे साफ तौर पर आर्थिक युद्ध की चाल बताया।
🗣️ जयशंकर का संदेश:
“कश्मीर की समृद्धि को अब हथियार बनाया जा रहा है। यह हम सबकी ज़िम्मेदारी है कि इस इकोनॉमिक वॉरफेयर को पहचानें, समझें और मुकाबला करें।”