आरजेडी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने सनातन धर्म को लेकर एकबार फिर बड़ा बयान दिया है. दरअसल उन्होंने अपने पक्षों को रखते हुए कहा कि अगर यही सनातन है तो मै सनातनी नहीं हूं. दरअसल राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह का टीका लगाने वालों के कारण देश गुलाम होने का बयान अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि जगदानंद सिंह ने एकबार फिर बड़ा बयान देते हुए सियासत गरमा दी है.
सनातन के बारे में अपने बयान और उसपर बीजेपी के उठाए सवाल पर जगदानंद सिंह ने कहा कि कोई आकर मुझे सनातन धर्म का असली अर्थ बता दे. पिछड़े दलितों को पानी नहीं पीने देना और गले में इसलिए बाल्टी बांध देना की थूके तो जमीन पर ना गिरे. अगर ऐसे लोगों को प्रताड़ित करने और भेदभाव पैदा करना ही सनातन है तो मैं सनातनी नहीं हूं. सनातन को लेकर राम मनोहर लोहिया ने कहा था कि जब भी कोई पीड़ित और कमजोर हो उसे राजनीति के द्वारा ठीक किया जाना चाहिए. जगदानंद सिंह ने कहा कि हमलोग जय श्रीराम मानने वाले नहीं हे राम वाले हैं.
जगदानंद सिंह ने सनातन धर्म पर छिड़े सियासत पर बयान देते हुए कहा कि बीजेपी मंदिर मस्जिद तोड़ना का काम करती है और लोगो को बांटने का काम करती है. बीजेपी के लोग जय श्रीराम में भरोसा करने वाले लोग हैं जबकि हमलोग गांधी के ‘हे राम’ में विश्वास करते हैं. जैसे मोहन भागवत आरक्षण पर भाग खड़े हुए हैं उसी तरह सनातन पर बहस हाेगी तो भाग खड़े होंगे.
राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने सनातन धर्म पर सफाई देते हुए कहा कि क्या वो सनातन है? जब सोमनाथ का मंदिर तोड़ा जा रहा था और मंदिर में बैठे लोग मंत्रो के द्वारा ही विरोधी फौज को हराने का दावा कर रहे थे या फिर वो सनातनी है जो खून बहाकर फौज से लड़ने की हिम्मत रखते हैं. जगदानंद सिंह सनातन धर्म पर अपनी सफाई दे रहे हैं, पर बीजेपी लगातार सवाल खड़ा कर रही है कि सनातन पर कैसे सवाल खड़ा किया जा सकता है.