देश का सबसे बड़ा बैंक है, भारतीय स्टेट बैंक यानी एसबीआई. देश के सबसे बड़े बैंक के चेयरमैन को कितनी सैलरी मिलती है, क्या आपको कोई अंदाजा है. अगर आप सोच रहे हैं कि उन्हें सालाना करोड़ों रुपये का पैकेज मिलता है, तो आपका अंदाजा गलत है. एसबीआई की सालाना रिपोर्ट के अनुसार, बैंक के चेयरमैन दिनेश खारा को वित्त वर्ष 2023 में बैंक से 37 लाख रुपये सैलरी मिली. यह पिछले वित्त वर्ष की उनकी सैलरी के मुकाबले करीब 7.5 प्रतिशत अधिक है. खारा की सैलरी में 27 लाख रुपये मूल वेतन और 9.99 लाख रुपये महंगाई भत्ता शामिल है.
अगर हम भारत के सबसे बड़े बैंक के चेयरमैन की सैलरी की तुलना देश के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक एचडीएफसी बैंक के सीईओ व मैनेजिंग डायरेक्टर शशिधर जगदीशन द्वारा साल 2022 में लिए गए कुल वेतन और भत्तों से करें तो यह कुछ भी नहीं लगती है. जगदीश को वित्त वर्ष 2022 में बैंक ने कुल 6.51 करोड़ रुपये कंपनसेशन के रूप में दिए थे. इसी तरह आईसीआईसीआई बैंक के सीईओ संदीप बख्शी को 2022 में सालाना वेतन के रूप में 7.08 करोड़ रुपये मिले थे. वित्त वर्ष 2022 में खारा ने सैलरी के तौर पर 34.42 लाख रुपये लिए थे। यह SBI के पिछले चेयरमैन रजनीश कुमार की ओर से वित्त वर्ष 2021 में ली गई सैलरी से 13.4 प्रतिशत अधिक था.
PO से पहुंचे चेयरमैन के पद तक
मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के अनुसार, दिनेश खारा 1984 में प्रोबेशन ऑफिसर (PO) के रूप में SBI में शामिल हुए थे. अक्टूबर 2020 में उन्होंने बैंक के चेयरमैन का कार्यभार संभाला था. इससे पहले उन्होंने बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर के तौर पर इसके ग्लोबल बैंकिंग और SBI सब्सिडियरीज का प्रभार संभाला था.
मैनेजिंग डायरेक्टर का वेतन 36 लाख सालाना
SBI के बाकी अधिकारियों की बात करें तो, मैनेजिंग डायरेक्टर सीएस शेट्टी की सैलरी दिनेश खारा के लगभग बराबर ही रही। उन्होंनेन्हों ने 26.3 लाख की बेसिक सैलरी और 9.7 लाख महंगाई भत्ता लिया। वहीं बैंक के पूर्व एमडी, अश्विनी भाटिया ने 31 मई 2022 तक सेवा दी थी. उन्हें सैलरी के रूप में 5.7 लाख रुपये दिए गए. भाटिया बाद में मार्केट रेगुलेटर SEBI के फुल-टाइम मेंबर बन गए. सालाना रिपोर्ट के अनुसार, बाकी शीर्ष अधिकारियों में एस जानकीरमन और ए के तिवारी को 36-36 लाख रुपये मिले, जबकि एके चौधरी को 28.5 लाख रुपये सैलरी के रूप में मिले.