जेजेपी पर भगदड़ का कोई असर नही

जेजेपी से बाजारू कार्यकर्ता भाग रहे हैं, समर्पित डटे हुए हैं.


रणघोष अपडेट. हरियाणा. रेवाड़ी

जन नायक जनता पार्टी यानि जेजेपी के पास आखिर कार्यकर्ता किस स्तर के जुड़े हुए थे। बाजारू या समर्पित। जब यह पार्टी भाजपा सरकार में सहयोगी थी। कार्यकर्ता मधुमक्खी की तरह शहद के पूरी तरह से चिपके हुए थे। जैसे ही सत्ता का शहद अलग हुआ। मधुमक्खियों की तरह कार्यकर्ता भी सन्न की आवाज करते हुए भागते जा रहे हैं। अभी तक सिलसिला नही रूक रहा है। रेवाड़ी में जो खुद को जेजेपी का समर्पित सबकुछ कुर्बान करने वाले कार्यकर्ता कहकर शोर मचाते रहे। वे भी कांग्रेस में शामिल हो गए। इसमें जिला प्रवक्ता अमन जून समेत अनेक पदाधिकारी शामिल है।

इस भगदड़ से यह तो स्पष्ट हो गया है की जेजेपी जब सत्ता में थी उसके पास कार्यकर्ताओं के नाम की खेप मौका परस्त राजनीति बाजार से सप्लाई होकर आई थी। इनमें विधायक से लेकर कार्यकर्ता सभी तरह की वैरायटी शामिल है। जेजेपी प्रमुख पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला एवं उनकी कोर कमेटी इसलिए इन कार्यकर्ताओं के जाने की परवाह नही कर रही है क्योंकि इनका अपना कोई वजूद नही है ओर ना ही राजनीति  इनके लिए सेवा का माध्यम है। ये अपने छिपे एजेंटे के तहत आते हैं। आने वाले दिनों में किसकी सरकार बनेगी। उसका अनुमान लगाकर एक छोड़ दूसरी पकड़ की नीति पर चल पड़ते हैं। अगर उनके मुताबिक भी सरकार नही आई तो वे कुछ समय बाद उसी पार्टी में नजर आएंगे जिसकी सरकार बनी है। इसलिए जेजेपी हाईकमान इस तरह की भगदड़ को लेकर रत्ती भर भी विचलित नही है की उनके पास पहले से ही जानकारी थी की कौन कार्यकर्ता किस मकसद से पार्टी में सक्रिय है।