नए युग की शुरुआत, नौसेना की पहली महिला फाइटर पायलट बनीं आस्था पूनिया

सब-लेफ्टिनेंट आस्था पूनिया नौसेना विमानन की लड़ाकू शाखा में शामिल होने वाली पहली महिला बन गई हैं, जिससे बल में महिला लड़ाकू पायलट के एक नए युग का रास्ता साफ हुआ। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पूनिया अब लड़ाकू पायलट के रूप में योग्यता प्राप्त करने के लिए ट्रेनिंग लेंगी। भारतीय नौसेना ने विशाखापत्तनम के आईएनएस डेगा में दूसरे बेसिक हॉक कन्वर्जन कोर्स के समापन का जश्न मनाया।

रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि 3 जुलाई को विंगिंग समारोह आयोजित हुआ। इसमें सहायक नौसेनाध्यक्ष (वायु) रियर एडमिरल जनक बेवली ने लेफ्टिनेंट अतुल कुमार ढल और सब लेफ्टिनेंट पूनिया को ‘विंग्स ऑफ गोल्ड’ प्रदान किया। बयान के मुताबिक, सब ल-फ्टिनेंट आस्था पूनिया सभी बाधाओं को तोड़ते हुए और नौसेना में महिला लड़ाकू पायलट के एक नए युग का मार्ग प्रशस्त कर रही हैं। नौसेना विमानन की लड़ाकू शाखा में शामिल होने वाली वह पहली महिला बन गई हैं।

भारतीय नौसेना के बढ़ते कदम

बयान में कहा गया कि भारतीय नौसेना समुद्री टोही (एमआर) विमानों और हेलीकॉप्टर में महिला अधिकारियों को पहले ही शामिल कर चुकी है। इन्होंने पायलट और नौसेना वायु संचालन अधिकारियों के रूप में सेवाएं दी हैं। इसमें कहा गया कि सब-लेफ्टिनेंट पूनिया को लड़ाकू शाखा में शामिल करना नौसेना विमानन में लैंगिक समावेशिता के प्रति नौसेना की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। साथ ही, यह कदम समानता और अवसर की संस्कृति को भी बढ़ावा देता है।