नेशनल हाइवे पर पेड़ पौधो की देखभाल करने वाले ठेकेदारों का कारनामा

डिवाइडर में पौधो की जगह उगे झूंडों में आग लगाई, प्रदूषण फैलाया


रणघोष अपडेट. रेवाड़ी

पर्यावरण को बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट से लेकर केंद्र सरकार आए दिन सख्ती से कदम उठा रही है। इसके बावजूद हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। वही दूसरी तरफ एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें नेशनल हाइवे के बीचों बीच बने डिवाइडर जिसमें पेड़ पौधे लगाकर पर्यावरण को बनाए रखना अनिवार्य था। उसकी जगह पौधे लगाना तो दूर उग आए झूंडों को मशीन से  काटने की बजाय उसे रात के समय जलाया जा रहा है जो एक तरह से पराली जैसा घातक प्रदूषण है। जागरूक नागरिकों ने केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को सोशल मीडिया के माध्यम से इसकी विडियो ओर सबूत भेजकर दोषियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की मांग की है।

यह घटना नेशनल हाइवे-71 की है जो झज्जर- रोहतक से होकर रेवाड़ी से गुजरते दिल्ली—जयपुर नेशनल हाइवे से जुड़ता है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार इन डिवाइडर के अंदर जहां पेड़ पौधे होने चाहिए वहां कई किमी तक सूखे झुंडे उगे हुए थे। कायदे से इनकी मशीन से सफाई होनी चाहिए थी लेकिन ऐसा नही करके इस कार्य की जिम्मेदारी संभालने वालों ने रात होते ही इन झुंडों में आग लगा दी। रातभर प्रदूषण फैलता रहा। ऐसा करने से वहां से गुजरते वाहनों में आग भी लग सकती थी। कई दिनो से झूंडों में आग लगाकर उसे खत्म किया जा रहा है। इससे निकलने वाली धुंआ पराली जितना प्रदूषण फैला रही है। नागरिकों ने केंद्रीय सड़क मंत्रालय से इस घटना की निष्पक्ष जांच कराकर उचित कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा की नेशनल हाइवे पर पेड़ पौधे लगाने के नाम पर करोड़ों रुपए का गोलमाल भी साफ जाहिर हो रहा है। अगर पेड़ लगाए होते तो इनकी जगह झूंडे कैसे उग आते जबकि मंत्रालय द्वारा इसके लिए अलग से अच्छा खासा बजट निर्धारित किया हुआ है।