एजेंसियों का एक अंतरराष्ट्रीय समूह पर्यटकों को टाइटैनिक (Titanic) का मलबा दिखाने ले गई पनडुब्बी ‘टाइटन’ (Titan Submersible) में हुए विस्फोट के सही कारण का पता लगाने की कोशिश कर रहा है. इस पनडुब्बी में पांच लोग सवार थे, जिनकी इसमें विस्फोट होने से मौत हो गई. यूएस कोस्ट गार्ड, यूएस नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड, कनाडा के ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड, फ्रांसीसी समुद्री हताहत जांच बोर्ड और यूनाइटेड किंगडम मरीन एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्रांच के जांचकर्ता मिलकर 18 जून की दुर्घटना की जांच कर रहे हैं. कनाडा के अधिकारियों के समन्वय के साथ न्यूफाउंडलैंड के पोर्ट ऑफ सेंट जॉन में सबूत जुटाए जा रहे हैं.
यूएस कोस्ट गार्ड एवं एजेंसी के मुख्य अन्वेषक कैप्टन जेसन न्यूबॉयर ने रविवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि उत्तरी अटलांटिक सागर के में समुद्र तल में खोज अभियान जारी है और उन्होंने दुर्घटना स्थल का मानचित्रण किया है. हालांकि उन्होंने इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी कि जांच कब तक पूरी हो पाएगी. तटरक्षक बोर्ड जरूरत के हिसाब से अभियोजकों को सिफारिशें करेगा. अमेरिकी कोस्ट गार्ड ने पिछले गुरुवार को घोषणा की थी कि पनडुब्बी का मलबा समुद्र तल पर टाइटैनिक जहाज के मलबे से करीब 488 मीटर दूर मिला. वहीं कनाडा के परिवहन सुरक्षा बोर्ड ने शनिवार को कहा था कि उसने पनडुब्बी हादसे की जांच शुरू कर दी है.
गौरतलब है कि टाइटैनिक जहाज का मलबा देखने अटलांटिक सागर के अंदर गई टाइटन पनडुब्बी में सवार टाइटैनिक मामलों के एक प्रमुख विशेषज्ञ, एक ब्रिटिश अरबपति, पाकिस्तान के एक अमीर परिवार के दो सदस्यों और इस मिशन को संचालित करने वाली कंपनी के सीईओ की मौत हो गई. अमेरिकी कोस्ट गार्ड ने कहा कि उत्तर अटलांटिक सागर की गहराई में इस भयावह घटना के बाद कोई जीवित नहीं बचा.
मशहूर फिल्म ‘टाइटैनिक’ के निर्माता जेम्स कैमरून ने इस घटना के बाद कहा कि वह 1912 में इस ऐतिहासिक जहाज के डूबने की घटना और हाल में इसका मलबा देखने के लिए एक पनडुब्बी पर सवार होकर गए यात्रियों की मौत के बीच समानताओं को देखकर हैरान हैं. कैमरून ने कहा कि समुद्री मामलों के इंजीनियरिंग समुदाय के कई सदस्य इस पनडुब्बी को लेकर चिंतित थे. इसके कई सदस्यों ने कंपनी को पत्र भी लिखा था कि वे जो कर रहे हैं, वह यात्रियों को ले जाने के लिए काफी प्रयोगात्मक है और इसे प्रमाणित किए जाने की आवश्यकता है.