संकटमोचक भारत; म्यांमार से लेकर दुनियाभर में, जानें कब-कब बना मसीहा

भारत ने बार-बार यह साबित किया है कि वह सिर्फ एक क्षेत्रीय शक्ति ही नहीं, बल्कि वैश्विक मानवीय सहयोग का अहम स्तंभ भी है। म्यांमार में हाल ही में आए भीषण भूकंप के बाद ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ के तहत भारत ने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू किया, जिससे हजारों लोगों को मदद मिली। ‘मिशन मैत्री’ हो या फिर वियतनाम और म्यांमार के लिए ‘ऑपरेशन सद्भाव’, भारत हर आपदा में मित्र देशों की सहायता के लिए आगे आया है। ‘वयह पहली बार नहीं है—चाहे तुर्की और सीरिया में ‘ऑपरेशन दोस्त’ हो, नेपाल में ‘ऑपरेसुधैव कुटुंबकम’ की भावना के साथ भारत अपनी मानवीय भूमिका को लगातार मजबूत कर रहा है और आपदा राहत में दुनिया का सबसे विश्वसनीय सहयोगी बनकर उभर रहा है।

28 मार्च को म्यांमार में आए 7.7 तीव्रता के भूकंप ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया। इस प्राकृतिक आपदा से अब तक लगभग 2000 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों घायल हुए हैं। इस मुश्किल घड़ी में भारत ने एक बार फिर अपने पड़ोसी देश की मदद के लिए तत्परता दिखाई और ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ के तहत राहत अभियान शुरू किया।

म्यांमार को भारत पर भरोसा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने म्यांमार के सैन्य प्रमुख मिन आंग हलाइंग से फोन पर बात कर उन्हें भरोसा दिलाया कि भारत इस संकट के समय म्यांमार के लोगों के साथ खड़ा है। भारत ने दो नौसैनिक जहाजों और 118 चिकित्सा कर्मियों की टीम को म्यांमार भेजा है, जो घायल लोगों को उपचार प्रदान कर रही है। इसके अलावा, एनडीआरएफ की 80 सदस्यीय टीम अत्याधुनिक बचाव उपकरणों के साथ राहत कार्य में जुटी है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया कि ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ के तहत INS सतपुड़ा और INS सावित्री, 40 टन मानवीय सहायता लेकर यांगून की ओर रवाना हो चुके हैं। जल्द ही दो और जहाज अतिरिक्त राहत सामग्री लेकर भेजे जाएंगे।

आपदा राहत में भारत की भूमिका

भारत ने पहले भी कई बार प्राकृतिक आपदाओं के समय अन्य देशों को मदद पहुंचाई है। आइए, कुछ महत्वपूर्ण राहत अभियानों पर नजर डालते हैं।

ऑपरेशन सद्भाव (2024)

सितंबर 2024 में वियतनाम, लाओस और म्यांमार में आए टाइफून यागी के बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सद्भाव’ के तहत तत्काल सहायता भेजी। INS सतपुड़ा के माध्यम से म्यांमार को 10 टन राहत सामग्री भेजी गई, जबकि वियतनाम को 35 टन जरूरी सामान उपलब्ध कराया गया।

ऑपरेशन दोस्त (2023)

फरवरी 2023 में तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप के बाद भारत ने ‘ऑपरेशन दोस्त’ शुरू किया। इसके तहत भारत ने बचाव दल, चिकित्सा टीम और खोजी कुत्तों की टीम को वहां भेजा। तुर्की के हटे प्रांत में भारतीय सेना ने एक फील्ड अस्पताल भी स्थापित किया था।

ऑपरेशन करूणा (2023)

मई 2023 में भारत ने ‘ऑपरेशन करूणा’ के तहत चक्रवात मोचा से प्रभावित म्यांमार को राहत सामग्री भेजी। चार जहाजों के माध्यम से आपातकालीन खाद्य सामग्री, तंबू, दवाएं और अन्य जरूरी सामान पहुंचाया गया।

ऑपरेशन मैत्री (2015)

2015 में नेपाल में आए 7.9 तीव्रता के भूकंप के बाद भारत ने ‘ऑपरेशन मैत्री’ शुरू किया था। इस अभियान के तहत भारतीय वायु सेना के 33 विमान 520 टन राहत सामग्री लेकर नेपाल पहुंचे। भारतीय सेना के हेलीकॉप्टरों ने 900 से अधिक घायल लोगों को निकाला और 1,700 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।