आपकी बेटी आपके साथ है, शंभू बॉर्डर पर किसानों के बीच पहुंच गईं विनेश फोगाट

किसान आंदोलन को 200 दिन पूरे हो गए हैं। इस मौके पर शंभू बॉर्डर पर किसानों ने बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में पेरिस ओलंपिक से डिसक्वालिफाइ हुईं पहलवान विनेश फोगाट भी पहुंचीं। किसानों ने उनका सम्मान किया। विनेश फोगाट ने कहा, आपकी बेटी आपके साथ है। किसान शंभू बॉर्डर पर फरवरी से ही डटे हुए हैं। दिल्ली कूच के दौरान हरियाणा सरकार ने उन्हें शंभू बॉर्डर पर ही रोक दिया था। तब से किसानों ने अपने तंबू उखाड़े नहीं हैं।

शंभू बॉर्डर पर विनेश फोगाट ने कहा कि किसान यहां लंबे समय से बैठे हैं और वे सबके लिए प्रेरणा हैं। किसान संदेश देते हैं कि अपने अधिकारों के लिए लड़ना पड़ेगा। किसानों का जज्बा कभी कमजोर नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, मुझे गर्व है कि एक किसान परिवार में मेरा जन्म हुआ। मैं आंदोलनकारी किसानों को से कहना चाहती हूं कि आपकी बेटी आपके साथ खड़ी है। उन्होंने कहा, मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि आपकी मांगें पूरी हों और आप अपने अधिकारों के साथ काम पर लौटें।

फोगाट ने कहा, यह बेहद दुखद है कि किसान 200 दिनों से यहां बैठे हैं। जो देश चलाते हैं वही किसान आज मजबूर हैं। अगर किसान हमें खाना ना खिलाएं तो हम प्रतिस्पर्धा भी ना कर पाएं। किसान इतने बड़े स्तर पर प्रतिनिधित्व करते हैं लेकिन अपने परिवार के लिए कुछ नहीं कर पाते। किसान ने अपनी गलती मानी थी। अब किसानों की मांगें पूरी होनी चाहिए। अगर किसान इस तरह सड़कों पर बैठे रहे तो देश विकास नहीं कर पाएगा।

किसान फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी और अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। अमृतसर के किसान नेता बलदेव सिंह बग्गा ने कहा कि सरकार से बातचीत के बाद अब तक कोईहल नहीं निकल पाया है। किसान संगठनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पत्र लिखा था लेकिन उसका जवाब नहीं मिला। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार उनकी मांगों पर ध्यान देने के बजाय आवाज को दबा देती है।