शूटर ने बताया कहां से मिला था आइडिया
गैंगस्टर से माफिया और फिर नेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल की देर रात गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं. अब तक तीनों आरोपियों ने कई अहम जानकारियां SIT को दी है. इनमें से दो शूटर के पास प्रेस का आई कार्ड था. ये आई कार्ड, माइक और कैमरे का आइडिया 2 साल पहले दिल्ली के गैंगस्टर जितेंद्र गोगी ने दिया था. जब गोगी ने ही सन्नी को हमीरपुर से बुलाकर जिगाना पिस्टल दी थी और दिल्ली कोर्ट में अपने दुश्मन टिल्लू ताजपुरिया को मारने का टारगेट दिया था. जिस जितेंद्र गोगी गैंग ने सनी को जिगाना पिस्टल दी थी वो गोगी गैंग लाॉरेंस बिश्नोई गैंग के साथ पहले ही हाथ मिला चुका है.
गैंगस्टर गोगी की गिरफ्तारी के समय उसके पास से 5 जिगाना पिस्टल बरामद हुई थी. ऐसी ही जिगाना पिस्टल से अतीक और अशरफ की हत्या हुई थी. बता दें कि ये जिगना पिस्टल तुर्की में बनाई जाती हैं. इसे पाकिस्तान के रास्ते भारत मंगवाया जाता है. नेटवर्क 18 के पास गोगी गैंग के गुर्गों से जुड़ी ऐसी कई तस्वीरें हैं जिन्हें फेसबुक और इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया गया था. उन तस्वीरों में भी ये शातिर अपराधी जिगाना पिस्टल के साथ ही दिखाई दे रहे हैं.
तस्वीरों में भी ये शातिर अपराधी जिगाना पिस्टल के साथ ही दिखाई दे रहे हैं. (फोटो News18)अब SIT की टीम अब इन हथियारों और जितेंद्र गोगी गैंग से जुड़ी जानकारी इकट्ठा करने के लिए दिल्ली और पंजाब पुलिस से भी संपर्क कर सकती है. SIT अब आरोपी सनी के इसी बयान के सत्यापन में जुट गई है. प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपी सनी गैंगस्टर जितेंद्र गोगी को जानता था और वह गोगी गैंग के लिए काम करता था. मालूम हो कि जितेंद्र गोगी की गिनती दिल्ली के मोस्ट वॉन्टेड गैंगस्टर्स में की जाती थी.
SIT की पूछताछ में एक शूटर ने बताया कि वारदात में शामिल दूसरे शूटर अरुण से उसकी मुलाकात दिल्ली में हुई थी. उस समय अरुण पानीपत में लूट के मामले में गिरफ्तार होने के बाद जेल से छूटकर दिल्ली आया था. शूटर सनी ने बताया कि उसने कुछ दिनों तक अपने एक परिचित की मदद से बांदा में फरारी काटी थी. इसी दौरान उसके संपर्क में लवलेश तिवारी आया था. फिर तीनों ने मिलकर अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या को अंजाम दिया था.