किसानों के लिए दिया गया भाषण विशुद्ध झूठ व निराधार दावों से भरा हुआ
संयुक्त किसान मोर्चे और अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के संयुक्त बैनर तले हजारों किसान शाहजहांपुर बॉर्डर पर पिछले सात दिन से जयपुर–दिल्ली हाईवे की शाहजहांपुर सीमा पर बैठे हुए हैं। हरियाणा पुलिस ने भारी बैरिकेडिंग कर किसानों को सीमा पर ही रोका हुआ है, जिसके कारण जयपुर–दिल्ली हाईवे सात दिन से जाम है। धरनास्थल पर किसान नेता वीजू कृष्णन, रणजीत सिंह राजू, बलवान पूनिया, योगेंद्र यादव, कॉ.अमराराम, का.फूलचंद ढेवा, पुरुषोत्तम परमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसान नेताओं ने बताया कि, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कल मध्यप्रदेश के किसानों के लिए दिया गया भाषण विशुद्ध झूठ व निराधार दावों से भरा हुआ था। लाखों किसान अब दिल्ली के चारों तरफ सड़कों पर हैं और अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए भीषण ठंड और भाजपा सरकार के उत्पीड़न और दमन को झेल रहे हैं। उनकी मांग यह है कि “किसान–विरोधी तीनों कृषि कानूनों को तुरंत रद्द करें। किसान नेताओं ने 20 दिसंबर को इस आंदोलन में शहीद हुए किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए देश के हर गांव–शहर में श्रद्धांजलि सभाएं आयोजित करने का फैसला किया है। किसान नेताओं ने बताया कि पूरे देश में श्रमिक, बुद्धिजीवी, छात्र, युवा, महिलाएं समेत समाज का प्रत्येक वर्ग आज हमारे आंदोलन के हमारे साथ खड़ा है और विभिन्न तरीकों से इस संघर्ष का समर्थन कर रहे हैं। मोदी सरकार इस राष्ट्रीय जनांदोलन को अनदेखा करने की कुचेष्टा कर रही है।किसानों की कठिनाइयों पर ध्यान नहीं दे रही है।उसे देश के किसान की कोई परवाह नहीं है। आंदोलित किसानों ने आज अपने मोर्चे पर काकोरी कांड के चार महानायकों राजेंद्र नाथ लाहिड़ी, पंडित राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्लाह खान व रोशन सिंह के 93 वें बलिदान दिवस पर श्रद्धाजंलि अर्पित की। सीमा पर बैठे आंदोलित किसानों का काफिला लगातार बढ़ता जा रहा है और राजस्थान व हरियाणा के सभी इलाकों से किसान शाहजहांपुर–खेङा बॉर्डर पर बने किसान मोर्चे की ओर कूच कर रहे हैं। किसानों के आंदोलन को समर्थन देने के लिए फूडग्रेन मर्चेंट्स एसोसिएशन, हनुमानगढ़ का एक प्रतिनिधि मण्डल धरना स्थल पर पहुंच कर तण–मन–धन से समर्थन का विश्वास दिलाया। आंदोलित किसानों की आम–सभा को आज रणजीत सिंह राजू, निशा सिद्धू, विजेंदर हरियाणा, रवि आज़ाद, साहबराम सहारन, राम सिंह, कजोड़मल, प्रेम सिंह गहलावत, जगत सिंह, वीरेंद्र बागोड़िया, मुकेश शर्मा, कलम सिंह, दयानंद पूनिया, सुनील सबरंग, अतर सिंह, हरफूल सिंह, सुभाष जाखड़, गौरी शंकर, रणदीप सिंह, प्रगट सिंह, अरशद खान, योगेंद्र यादव, बलवान पूनिया आदि नेताओं ने संबोधित किया। सभा का संचालन डॉ संजय माधव, रेशम सिंह और आनंद यादव कर रहे थे।