हरियाणा सीएम का फर्जी डेथ सर्टिफिकेट बनाने वाले गिरफ्तार
यूपी पुलिस ने स्टेट कोऑर्डिनेटर समेत 5 पकड़े, बोले- पता नहीं था, मनोहर लाल मुख्यमंत्री हैं
रणघोष अपडेट. उत्तर प्रदेश. हरियाणा
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के उत्तर प्रदेश से फर्जी डेथ सर्टिफिकेट जारी होने के मामले का यूपी पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस पूरे खेल का मास्टरमाइंड जन्म और मृत्यु आंकड़ा अनुभाग का स्टेट कोऑर्डिनेटर निकला। पैसे कमाने के लिए उन्होंने यह फर्जी सर्टिफिकेट बनाया था। यूपी पुलिस ने इस मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यहां बता दें कि सबसे पहले दैनिक रणघोष की टीम ने 9 फरवरी 2023 को इस फर्जी डेथ सर्टिफिकेट बनाने का खुलासा किया था। उसके बाद हरियाणा के राज्य कैबिनेट मंत्री डॉ. बनवारीलाल की फर्जी जन्म तिथि भी सरकार की आधिकारिक वेबसाइट से जारी होने का मामला भी सामने लाया। इसके बाद दैनिक भास्कर की टीम ने भी इसे फॉलोअप किया। सोनभद्र के एएसपी त्रिभुवन नाथ त्रिपाठी ने बताया कि 2 फरवरी 2023 को मनोहर लाल पुत्र हरबंश लाल के नाम का फर्जी डेथ सर्टिफिकेट पंजीकरण संख्या डी/2023.60339-000021 जारी हुआ था। इस मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय के जन्म-मृत्यु डेटा असिस्टेंट मनोज कुमार ने पुलिस को शिकायत दी थी। पुलिस ने पन्नूगंज थाने में केस दर्ज कर इसकी जांच शुरू की।
इन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया
पुलिस ने केस दर्ज करने के बाद प्रशांत मौर्य, मोनू शर्मा उर्फ शिवानंद शर्मा, अंसार अहमद, मोहम्मद कैफ अंसारी और जन्म-मृत्यु आंकड़ा विभाग में ठेका कर्मचारी यशवंत को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से 4 लैपटॉप और 7 मोबाइल बरामद किए गए हैं।
ऐसे हुआ खुलासा
पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि कॉन्ट्रैक्ट पर रखा स्टेट कोऑर्डिनेटर यशवंत जन्म और मृत्य प्रमाण पत्र जारी करने के लिए सीआरएस पोर्टल की आईडी और पासवर्ड देता था। उसने इन आरोपियों को भी पासवर्ड दिया, जिसके बाद इनके मोबाइल नंबर को उस आईडी पर पंजीकृत कर दिया गया। जिससे आरोपियों को लॉगइन करते समय ओटीपी भी मिल गया। इसकी सहायता से वह जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने का काम करते हैं। प्रत्येक प्रमाण पत्र पर धनराशि मिलती है।
आरोपी बोले- मनोहर लाल के सीएम होने का पता नहीं था
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि स्टेट कोऑर्डिनेटर के दिए पासवर्ड से लॉगइन करने के बाद हम जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने का काम करते हैं। प्रत्येक प्रमाण पत्र के लिए धनराशि मिलती है। 2 फरवरी को मनोहर लाल पुत्र हरबंश लाल निवासी 719 न्यू प्रेमनगर पोस्ट प्रेमनगर करनाल हरियाणा पिन- 132001 का मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के लिए हमें वॉट्सऐप पर विवरण भेजा गया था।जिसे हमने बनाकर वॉट्सऐप पर आगे भेज दिया। हम लोगों को जानकारी नही थी कि यह फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र हमने हरियाणा के मुख्यमंत्री का बनाया है। जब इसका खुलासा हुआ तो हमने इसे उसी वक्त रद्द कर दिया।