देश में कोरोना के दूसरे लहर की वजह से व्यवस्था चरमरा गई है। दवा, ऑक्सीजन, बेड्स की किल्लतों की वजह से मरीज सड़कों पर मरने को मजबूर है। इस बीच कोरोना की वर्तमान स्थिति को लेकर मंगलवार को पीएम मोदी ने राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे बेवजह घर से ना निकले। वे ये मानें कि लॉकडाउन अंतिम विकल्प है। पीएम ने कहा कि राज्य लॉकडाउन को अंतिम विकल्प रखें। देश को लॉकडाउन से बचाना है। पीएम मोदी ने बच्चों से आग्रह किया कि मेरे बाल मित्र घर में ऐसा माहौल बनाइए कि बिना काम और बिना जरूरी कारण लोग अपने घरों से बाहर ना निकलें। देश को लॉ लॉकडाउन से बचाना है। आपकी जिद बहुत बड़ा परिणाम ला सकती है। आज की स्थिति में हमें देश को लॉकडाउन से बचाना है। मैं राज्यों से भी अनुरोध करूंगा कि वो लॉकडाउन को अंतिम विकल्प के रूप में ही इस्तेमाल करें। लॉकडाउन से बचने की भरपूर कोशिश करनी है और माइक्रो कन्टेनमेंट जोन पर ही ध्यान केंद्रित करना है।
पीएम मोदी ने कहा कि मेरा युवा साथियों से अनुरोध है की वो अपनी सोसायटी में, मौहल्ले में, अपार्टमेंट्स में छोटी छोटी कमेटियाँ बनाकर कोविड अनुशासन का पालन करवाने में मदद करें। हम ऐसा करेंगे तो सरकारों को न कंटेनमेंट ज़ोन बनाने की ज़रुरत पड़ेगी, न कर्फ़्यू लगाने की, न लॉकडाउन लगाने की। उन्होंने कहा कि रामनवमी मर्यादा पुरुषोत्तम राम का दिन है। इस दिन हम संकल्प लें कि कोरोना को लेकर जारी दिशानिर्देशों का पालन करेंगे। पलायन करने वाले मजदूरों से अपील करते हुए पीएम ने कहा कि जो जहां पर हैं वहीं पर बने रहे। राज्य सरकार उनमें भरोसा बनाएं रखे। उन्होंने श्रमिकों से कहा कि उन्हें वहीं पर वैक्सीन लगेगी। उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर बेहद खतरनाक है। यह लहर तूफान बनकर आई है। पीएम ने कहा कि जो पीड़ा आप सह रहे हैं मुझे उसका एहसास है। हम हौसले और तैयारियों से यह जंग जीतेंगे। उन्होंने सभी कोरोना योद्धाओं की सराहना करते हुए कहा कि बीते दिनों में जो कदम उठाए गए हैं। उससे स्थिति को सुधारेंगे। पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के चलते जो चुनौतियां आई हैं उन्हें मिलकर सामना करना है। चुनौती काफी बड़ी है और उसे हौसले से निपटना है। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन की काफी मांग बढ़ गई है। ऑक्सीजन की सप्लाई बढ़ाने पर काम किया जा रहा है। सभी दवा कंपनियों की मदद ली जा रही है। पीएम ने कहा कि हमारे पास मजबूत फार्मा सेक्टर है।1 मई से 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को वैक्सीन मिलेगी। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में मुफ्त वैक्सीन मिलती रहेगी। कोशिश है कि हर जरूरतमंद को जल्द वैक्सीन लगे।उन्होंने कहा कि भारत ने मेड इन इंडिया वैक्सीन के साथ दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन कार्यक्रम की शुरुआत की। अब तक करीब 12 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है।